जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अपनी कार्यकुशलता और कार्यक्षमता से होमगार्डस ने आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है। कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण में भी होमगार्डस की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गृह रक्षा विभाग के सुदृढ़ीकरण एवं उन्हें संसाधन उपलब्ध कराने में कोई कमी नहीं रखेगी।
गहलोत शुक्रवार को फतेहपुरा (बेगस) स्थित गृह रक्षा के केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान में गृह रक्षा के 57वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि होमगार्ड के स्वयंसेवक नागरिकों एवं सार्वजनिक सम्पत्ति की रक्षा के कार्य में पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहायता प्रदान करते हैं। सरकार पुलिस की तरह ही उनके सम्मान को बनाए रखेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गृह रक्षा विभाग का स्वयं का निदेशालय भवन नहीं था। हमारी सरकार ने इसके लिए विद्याधर नगर में 1250 वर्ग मीटर का भूखण्ड निःशुल्क आवंटित किया है और भवन निर्माण के लिए करीब 11 करोड़ रूपए का बजट भी आवंटित किया है। हाल ही में राज्य सरकार ने विभाग में 2500 गृह रक्षा स्वयंसेवकों के नामांकन की भी घोषणा की है। इसकी सम्पूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी।
श्री गहलोत ने कहा कि वर्ष 1962 में गृह रक्षा विभाग के गठन से आज तक विभाग के अधीनस्थ सेवा नियम नहीं बन पाए थे, जिसके कारण अधीनस्थ स्थाई कार्मिकों की भर्ती होने में बाधाएं आ रही थी। राज्य सरकार इस विभाग में जल्द ही अधीनस्थ सेवा नियमों को अधिसूचित करेगी। जिससे युवाओं के लिये नई भर्तियों की राह खुलेगी और विभागीय पदोन्नतियां भी सुचारू रूप से हो सकेंगी।
कृषि मंत्री श्री लालचंद कटारिया ने कहा कि होमगार्ड स्वयंसेवकों से नौजवान पीढ़ी को समर्पण भाव से कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। होम गाड्र्स का देश-प्रदेश की सुरक्षा में अहम योगदान है। गृह रक्षा एवं नागरिक सुरक्षा राज्य मंत्री श्री भजनलाल जाटव ने कहा कि गृह रक्षा को पुलिस आधुनिकीकरण योजना में शामिल किया गया है। इससे इस विभाग का सुदृढ़ीकरण संभव होगा। साथ ही राज्य सरकार ने विभाग में पदोन्नति प्रक्रिया को गति देने के भी प्रयास किए हैं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह श्री राजीव स्वरूप ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयास हैं कि गृह रक्षा विभाग को सुदृढ़ बनाया जाए। उनकी इस सोच के कारण ही गृह रक्षा निदेशालय का भवन बनने जा रहा है। साथ ही स्वयं सेवकों के लिए कई कल्याणकारी कदम उठाए गए हैं। स्वागत सम्बोधन देते हुए महानिदेशक गृह रक्षा श्री राजीव दासोत ने कहा कि गृह रक्षा की स्थापना से लेकर अब तक 57 साल के इतिहास में यह पहला अवसर है जब किसी मुख्यमंत्री ने होम गाड्र्स स्थापना दिवस की परेड की सलामी ली हो।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों के करीब 200 होम गार्ड स्वयं सेवकों की परेड का निरीक्षण किया। महिला स्वयं सेविकाओं की एक टुकड़ी सहित 6 टुकड़ियों ने परेड कमाण्डर श्री प्रदीप सेठी के नेतृत्व में मार्च पास्ट करते हुए मुख्यमंत्री को सलामी दी।
मुख्यमंत्री ने समारोह में उत्कृष्ट कार्याें के लिए समादेष्टा श्रीमती स्वाति शर्मा, उपसमादेष्टा श्रीमती सुमन ढाका, श्री जबर सिंह, कम्पनी कमाण्डर श्री रामसिंह मीणा, प्लाटून कमाण्डर श्री जीवराज सिंह, मुख्य आरक्षी श्री भौमसिंह, गृह रक्षा स्वयं सेवक श्री रेवन्तसिंह, श्री कमलेन्द्र सिंह, श्री सूरज कल्याण, श्री नरेश कुमार एवं श्री परविन्द्र कुमार को प्रशंसा पत्र प्रदान किए। मुख्यमंत्री इस अवसर पर समारोह में उपस्थित स्थानीय निवासियों से भी मिले।
केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक श्री बृजराज सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री हरीश चौधरी, मोटर गैराज राज्य मंत्री श्री राजेन्द्र यादव, विधायक श्रीमती गंगादेवी, श्री रफीक खान, जिला प्रमुख श्री मूलचंद मीणा, महानिदेशक जेल श्री एनआरके रेड्डी, जिला कलक्टर श्री जोगाराम, गृह रक्षा एवं पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित गृह रक्षा स्वयं सेवक तथा आमजन उपस्थित थे।