जयपुर। राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया के गैंगस्टर आनन्दपाल एनकाउंटर मामले में दिए गए बयान के बाद सियासत फिर गरमा गई है। भाजपा कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान गुलाब चंद कटारिया ने मीडिया को बयान दिया है कि गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह एनकाउंटर मामले में सरकार सीबीआई जांच के पक्ष में नहीं थी। राजपूत और सर्वसमाज के दबाव में राज्य सरकार को सीबीआई जांच की बात माननी पड़ी, अन्यथा हम सीबीआई जांच नहीं करवाते। कटारिया ने यह भी कहा कि वह खुद भी नहीं चाहते थे कि इस मामले की सीबीआई जांच हो और ना ही राजस्थान पुलिस। पुलिस एनकाउंटर की जांच सही कर रही थी।
लेकिन राजपूत समाज के आंदोलन के चलते इस मामले की जांच सीबीआई को देनी पड़ी। कटारिया ने यह भी कहा कि मैं कई बार राजपूत नेताओं को इस मामले की जांच सीबीआई को नहीं भेजने का आग्रह किया था। मैंने यह सलाह इसलिए दी थी कि सीबीआई जांच का मैं खुद भुगतभोगी रहा हूं। सौ फीसदी निर्दोष होने के बाद भी ढाई साल तक मुझे सीबीआई की ट्रायल फेस करनी पड़ी। राजपूतों की नाराजगी के सवाल पर कटारिया ने कहा कि मैंने तो पहले ही सीबीआई जांच के लिए मना कर दिया था। इसमें मेरा कोई दोष नहीं है। उधर, कटारिया के इस बयान के बाद राजपूत समाज और नेताओं में फिर गुस्सा देखा जा रहा है। सोशल मीडिया में कटारिया के बयान की तीखी आलोचना हो रही है।