उदयपुर। महाराणा प्रताप जयंती के मौके पर उदयपुर में मेवाड़ क्षत्रिय महासभा और नगर निगम उदयपुर के कार्यक्रम में गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया के पन्नाधाय और राणा प्रताप पर दिए गए बयान से बवाल हो गया। कटारिया ने कहा कि महाराणा प्रताप को भी पन्ना धाय ने पाला पोसा था। वह उदय सिंह ही नहीं प्रताप की भी धाय मां रही। कटारिया का यह बयान जैसे ही मीडिया और सोशल मीडिया की सुर्खियों में आया तो मेवाड़ के इतिहासकारों और प्रबुद्ध नागरिकों ने उन्हें उनके बयान पर घेर लिया।
इतिहासकारों ने उनके बयान को गलत बताते हुए कहा कि पन्ना धाय प्रताप की धाय मां नहीं रही। न ही उन्होंने प्रताप को पाला है। इतिहासकार कहते हैं कि पन्ना धाय प्रताप की दादी महारानी कर्मावती के साथ दासी बनकर आई थी। कर्मावती के जौहर करने के बाद पन्ना ने ही उदयसिंह का लालन-पोषण किया था। रानी के साथ आने वाली दासी ही उनके पुत्रों का पालन-पोषण करती थी। वह शिशु को दूध पिलाती थी, जो उनकी धाय मां कहलाती थी। कटारिया का बयान गलत है और इतिहास से परे है।