जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस (10 दिसम्बर) पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। गहलोत ने अपने संदेश में कहा कि मानवाधिकार सामाजिक जीवन की अनिवार्य आवश्यकता है। आजादी, समानता और न्याय जैसे मूलभूत अधिकारों के बिना मानव तो जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में मानवाधिकार समाज की आधारशिला होते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को प्रगति के नए सोपान पर पहुंचाने के लिए यह आवश्यक है कि सभी लोगों के मानवाधिकार सुरक्षित एवं संरक्षित रहें। राज्य सरकार प्रत्येक व्यक्ति को विकास के लिए समान अवसर प्रदान करने के साथ-साथ सुशासन और भय मुक्त वातावरण देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मानवाधिकार की रक्षा केवल कानून से संभव नहीं है। इसके लिए हम सभी को एक-दूसरे के विचारों और अधिकारों के प्रति जागरूक और संवेदनशील होना होगा। गहलोत ने इस अवसर पर अपील की कि सभी लोग एक-दूसरे के अधिकारों का सम्मान करें तथा एक शांतिपूर्ण एवं सभ्य समाज के निर्माण में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं।