उदयपुर. उदयपुर में मां-बेटी कुम्हारों का भट्टा से गुजर रहे रेलवे ट्रैक पर गईं। शुक्र रहा कि ट्रेन इंजन और 2 डिब्बे ऊपर से गुजरने के बाद भी महिला और उसकी 6 साल की बेटी बच गईं। घटना मंगलवार सुबह करीब 10:30 बजे की है। संयोग रहा कि सिटी स्टेशन से बड़ीसादड़ी के लिए रवाना हुई इस ट्रेन ने रफ्तार नहीं पकड़ी थी। लोको पायलट ने महिला को ट्रैक पर कूदते देखकर ब्रेक लगा दिया। हालांकि इसके बावजूद ट्रेन के नीचे आने से मां-बेटी घायल हो गईं। मां-बेटी की कहानी और भी झकझोरने वाली है। मां-बेटी जोधपुर निवासी गणपत नाम के किसी युवक के साथ यहां कुम्हारों का भट्टा इलाके में किराए से रहती थीं। गणपत मजदूरी करता था। वह लौटकर आना बताकर कहीं चला गया था। उसका इंतजार कर रही मां-बेटी 5 दिन से भूखी थीं। पुलिस के मुताबिक घायल भंवरी बाई का पति गणपत जोधपुर का रहने वाला है। भट्टा क्षेत्र में वीरान जगह देख महिला बच्ची को लेकर ट्रैक पर कूद गई। जैसे ही ट्रेन रुकी, दोनों के ऊपर तीसरा डिब्बा था। इससे उतरे यात्री संजय बड़ाला ने दोनों को तुरंत ट्रैक से बाहर निकाला। फिर लोको पायलट और दूसरे यात्रियों की मदद से उन्हें ट्रेन में लिटाया। राणा प्रतापनगर स्टेशन से दोनों को एंबुलेंस के जरिए एमबी अस्पताल पहुंचाया गया।

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