पटना। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महागठबंधन को तोड़कर भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने पर कई नेताओं ने अपने-अपने बयान दिए कोई इसे अच्छा बता रहा है तो कोई इसे जनता के साथ धोखा करार दे रहा है।
सूनने में आ रहा है कि नीतीश के इस फैसले से जद (यू) पार्टी के अंदर बगावती सुर उठने लगे हैं। जद (यू) के राज्यसभा सांसद अली अनवर ने गुरुवार को नीतीश कुमार के इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए कहा, नीतीश कुमार ने अपनी अंतरात्मा की आवाज से इस्तीफा दिया और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना रहे हैं, लेकिन मेरा जमीर इस फैसले को नहीं मानता। मैं इस फैसले से खुश नहीं हूं। मुझे मौका मिला तो मैं अपनी बात पार्टी फोरम पर जरूर रखूंगा। उन्होंने कहा कि पिछले काफी दिनों से इस तरह के संकेत मिल रहे थे। जुलाई में ही राष्ट्रीय कार्य कार्यकारिणी की बैठक होनी थी, परंतु इसे आगे बढ़ा दिया गया है। अगर मैं बैठक में होता तो इस बात को जरूर सामने रखता।
इधर, जद (यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने सांसद के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पार्टी का यह निर्णय सर्वसम्मति से हुआ है, जिससे इस फैसले को लेकर नाराजगी है, उसे पार्टी फोरम में बात उठानी चाहिए।