न्यूयॉर्क. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका दौरे के दूसरे दिन रविवार को न्यूयॉर्क में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। मोदी ने एक घंटे 7 मिनट दिए भाषण में अपने राजनीतिक जीवन, भारत की तरक्की और प्रवासियों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री के न्यूयॉर्क के नासाउ वेटरंस कॉलेजियम पहुंचते ही हजारों लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए। मोदी के स्वागत में पहले अमेरिका का राष्ट्रगान और फिर भारत का राष्ट्रगान हुआ। इसके बाद मोदी ने भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। मेरे जीवन का एक बहुत बड़ा हिस्सा ऐसा रहा जिसमें मैं सालों तक देश में भटकता रहा, जहां खाना मिला खा लिया ,जहां सोने को मिला सो लिया, समंदर से पहाड़ों और रेगिस्तान तक को जाना। ‘अपना नमस्ते लोकल से ग्लोबल हो गया’ मोदी ने भाषण की शुरुआत में नमस्ते कहकर लोगों को अभिवादन किया, फिर कहा, “अपना नमस्ते मल्टीनेशनल हो गया, लोकल से ग्लोबल हो गया।” मोदी ने कहा “जब मैं न सीएम थे न पीएम था तब इस धरती पर कई सवालों के साथ आता था। किसी पद पर नहीं था तब मैंने अमेरिका के 29 राज्यों का दौरा किया था।” मोदी ने प्रवासियों से कहा “इस बार भारत के चुनाव में कुछ अभूतपूर्व हुआ है।” इसके बाद मोदी ने लोगों की तरफ हाथ उठाया और उनसे 3 बार, अब की बार मोदी सरकार के नारे लगवाए। अगला ओलिंपिक यूएसए में है। जल्द ही भारत भी ओलिंपिक का साक्षी बनेगा। हम 2036 मेजबानी के लिए प्रयास कर रहे हैं। खेल, बिजनेस या मनोरंजन, भारत बहुत बड़े आकर्षण का केंद्र है। आईपीएल दुनिया की टॉप लीग्स में है। फिल्में धूम मचा रही हैं। भारत की मानसिकता दुनिया में दबाव नहीं, प्रभाव बनाने की है। हम आग की तरह जलाने वाले नहीं, सूरज की तरह रोशनी देने वाले हैं। हम विश्व पर दबदबा नहीं, बल्कि समृद्धि में सहयोग देना चाहते हैं। एक दशक से भारत दसवें नंबर से पांचवें नंबर की इकोनॉमी बन गया। अब हर भारतीय चाहता है कि भारत जल्दी से थर्ड लार्जेस्ट इकोनॉमी बने। आपको एक शब्द याद रहेगा पुष्प। मैं पुष्प को परिभाषित करता हूं। प्रोग्रेसिव भारत, अनस्टॉपेबल भारत, स्पिरिचुअल भारत, हूयूमैनिटी को, प्रॉसपैरिटी को समर्पित भारत। हम दुनिया को बर्बाद करने वाले नहीं हैं। प्रकृति के लिए प्रेम के हमारे संस्कारों ने हमें गाइड किया। गूगल-आईबीएम के सीईओ के साथ मोदी की राउंड टेबल बैठक भारतीय समुदाय को संबोधित करने के बाद पीएम मोदी ने अमेरिका के बिजनेस लीडर्स से मुलाकात की। राउंड टेबल बैठक के दौरान उन्होंने एआई, सेमीकंडक्टर्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, बायोटेक्नोलॉजी जैसे मुद्दों पर चर्चा की। बैठक में गूगल के सीईओ सुंदर पिचई, आईबीएम के सीईओ अरविंद कृष्णा, एडोबी के सीईओ शांतनु नारायण और अन्य कई टेक सीईओ शामिल हुए। मोदी ने फिलिस्तीन-नेपाल के लीडर्स के साथ बैठक की मोदी ने रविवार को नेपाल के पीएम केपी ओली, फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास और कुवैत के क्राउन प्रिंस शेख सबा खालिद अल-हमद अल-सबा के साथ द्विपक्षीय बैठक की। राष्ट्रपति अब्बास के साथ बैठक में मोदी ने गाजा में मानवीय संकट पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत फिलिस्तीन के लोगों के साथ है। इस दौरान पीएम ने एक बार फिर इजराइल और गाजा के बीच टू स्टेट सॉल्यूशन का समर्थन किया। उन्होंने जंग में सीजफायर और इजराइली बंधकों की वापसी के बाद बातचीत के जरिए मसले को सुलझाने की बात कही। इसके अलावा नेपाली पीएम केपी ओली ने मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि उनकी बैठक काफी अच्छी रही। भारत-अमेरिका के बीच सेमीकंडक्टर और एमक्यू-बी ड्रोन की डील इससे पहले अमेरिका दौरे के पहले दिन 21 सितंबर को मोदी बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक और क्यू.यू.ए.डी समिट में शामिल हुए। अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात में भारत और अमेरिका के बीच 2 अहम समझौते हुए। अमेरिका की स्पेस फोर्स भारत में सेमीकंडक्टर प्लांट लगाएगी। इसमें बनी सेमीकंडक्टर चिप्स का इस्तेमाल भारत, अमेरिका की आर्म्ड फोर्सेस करेंगी। इसके अलावा अमेरिका ने भारत को 31 एमक्यू-बी ड्रोन देने की घोषणा की है। इनका इस्तेमाल सीमा पर निगरानी बढ़ाने के लिए होगा। इसके अलावा मोदी ने बोस्टन और लास एंजिलिस में भारतीय कॉन्सुलेट खोलने की घोषणा की।
क्वाड की बैठक के बाद संगठन ने इंडो-पैसेफिक में सदस्य देशों की मैरीटाइम ट्रेनिंग के लिए मैत्री वर्कशॉप की शुरुआत की है। क्वाड की इस वर्कशॉप की शुरुआत 2025 में भारत करेगा। इसमें सदस्य देशों के अपनी समुद्री सीमा की रक्षा करने और किसी भई तरह के हस्तक्षेप से लड़ने की ट्रेनिंग दी जाएगी। बीते एक दशक से भारत रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मंत्र पर आगे बढ़ रहा है। हम समय की मांग के हिसाब से बदलाव ला रहे हैं। तकनीक विकसित भारत का अहम हिस्सा है। आज भारत में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम है। सेमीकंडक्टर्स पर हम जो पॉलिसी लाए हैं, उसका भारत में स्वागत हो रहा है। इस क्षेत्र से जुड़े लोग भारत में निवेश करने के लिए उत्साहित हैं। हम डिजाइन इन इंडिया पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। भारत सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में अहम पार्टनर बन सकता है। देश का युवा वर्ग साइंस, तकनीक, इंजीनियरिंग और मैथ्स यानी STEM पर ज्यादा दिलचस्पी दिखा दे रहा है। हमारा लक्ष्य 2030 तक इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में 60 लाख नौकरियों के अवसर पैदा करना है। मैं पिछले साल जब हाई-टेक हैंडशेक प्रोग्राम में आया था, तब आप में से कई लोगों से मिला था। आप सब ने भारत के प्रति जो उत्साह और भरोसा दिखाया है, उससे हमें बेहद खुशी मिली है। 21वीं सदी टेक्नोलॉजी का युग है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जहां तकनीक की जरूरत न हो। ऐसे में तकनीक और लोकतंत्र के बीच एक बैलेंस की जरूरत है। लोकतंत्र के बिना तकनीक से संकट पैदा हो सकता है। भारत एक ऐसा देश है, जहां बहुत सारी प्रतिभा, लोकतंत्र और एक बड़ा बाजार मौजूद है। मोदी ने रविवार को नेपाल के पीएम केपी ओली, फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास और कुवैत के क्राउन प्रिंस शेख सबा खालिद अल-हमद अल-सबा के साथ द्विपक्षीय बैठक की। राष्ट्रपति अब्बास के साथ बैठक में मोदी ने गाजा में मानवीय संकट पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत फिलिस्तीन के लोगों के साथ है। इसके अलावा नेपाली पीएम केपी ओली ने मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि उनकी बैठक काफी अच्छी रही।
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