नई दिल्ली। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर आरएसएस और भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी नहीं होते तो पंजाब, कश्मीर व पश्चिम बंगाल…पाकिस्तान का कब्जा व हिस्सा होते। सीएम योगी विधानसभा में राज्यपाल अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए बोल रहे थे। आरएसएस की आलोचना करने पर विपक्ष पर निशाना साधते हुए बोले संघ ही विश्व का एकमात्र ऐसा संगठन है, जो सरकार से किसी प्रकार की सहायता नहीं लेता। इसके उपरांत भी विपक्ष हर मामले में उसका नाम लेता रहता है। अब जिसका राजनीति से कोई लेना देना ही नहीं है तो उस संगठन का नाम लेना और चर्चा करना ही गलत है। अगर आरएसएस नहीं होता तो स्कूलों में वंदे मातरम गीत को लोग भूल गए होते। आज राष्ट्रीय गीत को ही कुछ लोग सांप्रदायिकता की तराजू पर तौल रहे हैं जोड़ रहे हैं। संघ के 64 हजार शिक्षण संस्थान संचालित है। गंगा और यमुना नदी में घटते जलस्तर पर चिंता जताई और कहा कि ये हमारी संस्कृति की पहचान है, ये खत्म हो गई तो देश और संस्कृति भी समाप्त हो जाएगी। इस दौरान उन्होंने सदन की कार्रवाई के दौरान राज्यपाल पर कागज के गोले फैंकने व सीटी बजाने वाली घटना को निंदनीय बताया। सीएम योगी ने कहा कि राज्यपाल राम नाई का अभिभाषण प्रदेश सरकार का एक विजन दस्तावेज है। हालांकि यह एक अलग बात है कि विपक्ष इसमें रुचि नहीं दिखा रहा।
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