-आयुष गर्ग के पानी में बहने से सरकार और निगम का भ्रष्टाचार आया सामने- प्रतापसिंह खाचरियावास
जयपुर. राजस्थान कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने आज करतारपुरा नाले में बहे आयुष गर्ग के परिवारजनों के साथ नाले पर पहुंचकर, प्रषासन से वार्ता करके आयुष गर्ग को ढूंढने में हो रही लापरवाही पर गहरा आक्रोष व्यक्त किया। आयुष गर्ग के परिवारजन 26 घंटे बाद भी आयुष गर्ग के नहीं मिलने पर प्रतापसिंह खाचरियावास से मिले। इसके बाद खाचरियावास ने सभी अधिकारियों से बात की। आष्चर्य है कि 26 घंटे बाद पोकलैण्ड और जेसीबी मषीन प्रषासन ने किराये पर लेकर नाले में उतारी, प्रषासन के पास पूरे संसाधन ही नहीं थे। करतारपुरा नाले पर मौके पर पहुंचे प्रतापसिंह खाचरियावास ने संवाददाताओं से वार्ता करते हुये कहा कि यदि करतारपुरा नाले पर रैलिंग लगी हुई होती तथा नाले में कचरा नहीं होता तो आयुष गर्ग को बहने से बचाया जा सकता था। नगर निगम के मेयर और सरकार बडे-बडे दावे कर रही है, बडे-बडे जुर्माने लगाती है, नालों की सफाई के नाम पर करोड़ों रूपये खर्च कर दिये लेकिन नालों में कचरा भरा पड़ा है और नाले के ऊपर से पानी बह रहा है, इसलिये दुर्घटना घटित हुई है। यदि रैलिंग लगी होती तो कार नहीं बहती और नाले से कचरा हटा दिया जाता तो पानी पुलिया के ऊपर नहीं बहता। प्रषासन और सरकार के किसी बडे नेता का मौके पर पहुंचकर आयुष गर्ग को ढूंढने का प्रयास नहीं करना तथा परिवारजनों को सांत्वना नहीं देना, सरकार की लापरवाही और हठधर्मिता को दर्षाता है। सरकार को तुरन्त प्रभाव से सभी संसाधन लगाकर आयुष गर्ग को ढूंढने के दिषा-निर्देष मौके पर उपस्थित अधिकारियों को देने चाहिये थे, परन्तु सरकार ने लापरवाही बरती। खाचरियावास ने सरकार से मांग की है कि आयुष गर्ग के परिवारजनों से वार्ता करके सरकार परिवार की सहायता के लिये समुचित कदम उठाये।