नयी दिल्ली : अगर आपकी रातों की नींद उड़ी हुई है तो यह आपके लिए खतरे की घंटी हो सकती है। लगातार कम सोने से भूलने की बीमारी हो सकती है। एक नए अध्ययन के अनुसार, दिमाग के ज्यादा सक्रिय रहने से अल्जाइमर रोग के लिए जिम्मेदार एमीलॉयड बीटा प्रोटीन ज्यादा उत्पन्न होता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि प्रोटीन का स्तर बढ़ने से दिमाग में कई बदलावों के आने की संभावना होती है जिससे भूलने की बीमारी डिमेंशिया हो सकती है।
अमेरिका के सेंट लुई में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसीन के रैंडल बैटमैन ने कहा, ‘‘यह अध्ययन साफ तौर पर यह दिखाता है कि मनुष्यों को कम नींद आने से एमीलॉयड बीटा प्रोटीन ज्यादा पैदा होता है और इससे अल्जाइमर रोग होने का खतरा बढ़ जाता है।’’ 0 यह शोध एनल्स ऑफ न्यूरोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। वैज्ञानिकों ने इस अध्ययन के लिए 30 से 60 वर्ष की आयु के बीच के आठ लोगों पर अध्ययन किया जो कम सोते थे या भूलने की समस्या से जूझ रहे थे।