जयपुर। जयपुर में रिश्तों को तार-तार करने वाली एक घटना सामने आई है। अपनी बेटी की बातों से परेशान एक पिता ने अपने ही समधी की हत्या कर दी। फिर उसे आत्महत्या का रुप देने की कोशिश की। हालांकि पुलिस की पैनी नजरों से वह बच नहीं पाया। कड़ी पूछताछ में पिता टूट गया और हत्या का जुर्म कबूल कर लिया। मुहाना थाना इलाके में सोमवार को हुई 71 वर्षीय बुजुर्ग की मौत का पर्दाफाश कर पुलिस ने हत्या के आरोप में मृतक की बहू और उसके पिता को गिरफ्तार किया है। ससुर बहू के चरित्र पर शक करते थे और वे उसे ससुराल लेकर जाना चाहते थे। इसके खिलाफ बहू ने ससुर पर गलत आरोप लगाते हुए अपने पिता को उसके खिलाफ उकसाया था। इससे खफा होकर आरोपी ने रात को सोते समय अपने समधी के सिर में र्इंट मारकर उसकी हत्या कर दी। आरोपियों ने इसे दुर्घटना बताकर छीपाने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस जांच में भेद खुल गया और पिता-पुत्री धरे गए।
मुहाना पुलिस को एसएमएस अस्पताल से विजय की मौत की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की। परिजनों ने विजय की मौत ऊंचाई से गिरकर होना बताया था। लाश का मुआयना करने पर मौत ऊंचाई से गिरकर होने की बात झूठी निकली। मृतक के केवल सिर पर चोट के निशान थे। इस पर पुलिस ने जांच शुरू की और उधर तीये की बैठक के बाद मृतक की बड़ी बेटी मंजू सिंह ने भी अपने पिता की हत्या का संदेह जताते हुए मामला दर्ज कराया था।
आरोपी श्रीराम सेन ने हत्या के बाद रिश्तेदारों को विजय सिंह के ऊंचाई से गिरने से चोट लगने की झूठी कहानी बताई थी। इसके बाद वह खुद भी गंभीर हालत में विजय को लेकर मानसरोवर के साकेत अस्पताल और फिर एसएमएस अस्पताल गया था। हत्या की वजह सामने नहीं आने के कारण किसी को श्रीराम पर शक नहीं हुआ था। घटनाक्रम के बारे में भी आरोपी पिता-पुत्री के बयानों में विरोधाभास सामने आया था।
इसी कड़ी के आधार पर पुलिस ने पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया। जांच में सामने आया कि ससुर विजय सिंह अपनी बहू बबीता के विवाहेत्तर संबंधों के बारे में शक करता था। इसी कारण वह बहू को जयपुर का घर बेचकर उसे सवाई माधोपुर में रखना चाहता था। इससे नाराज बबीता ने ग्वालियर से अपने पिता को बुलाया और उन्हें ससुर के जबरन शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने के बारे में झूठी कहानी गढ़कर सुना दी। इस पर वारदात की रात को श्रीराम ने पहले अपने समधी को समझाया और नहीं मानने पर उसकी हत्या कर दी।