एसएचओ गयाससुद्दीन ने आखिरकार 7 तस्करों के खिलाफ पेश किया चालान
जयपुर। इन्दौर और मालेगांव-मुम्बई से स्प्रीट, एसेन्स सहित अन्य सामान लाकर जयपुर में बनाई गई नकली अंग्रेजी शराब 4 अप्रेल, 2016 को पकड कर नश्ों में हुई सेज थाना पुलिस को आखिरकार 553 दिन बाद होश आया और जांच अधिकारी एसएचओ गयाससुद्दीन ने एक वकील सहित 7 आरोपियों के खिलाफ 10 अक्टूबर को अदालत में चालान पेश कर दिया। कोर्ट ने सभी आरोपियों के खिलाफ प्रसंज्ञान लेते हुए चार्ज बहस के लिए 21 नवम्बर की अगली तारीख दी है।
इस मामले में पुलिस ने अंतिम गिरफ्तारी उनियारों का रास्ता, चांदपोल बाजार हाल मदरामपुरा निवासी वकील दिनेश उर्फ समीर किराडिया की थी। उसके बाद ना तो पुलिस ने किसी को गिरफ्तार किया है और ना ही अब चालान में किसी आरोपी के खिलाफ अनुसंधान लम्बित रखा है। सेज थाना पुलिस ने मामले में भम्भोरिया-भांकरोटा निवासी रामजीलाल शर्मा को 4 अप्रेल, 2016 को, उसके बडे भाई मुकेश शर्मा को 23 सितम्बर, 2016 को, हिण्डोली-बूंदी निवासी प्रभुलाल गुर्जर को 5 अप्रेल, 2016 को, खण्डवा-प्रतापगढ के हंसराज यादव एवं बाणगंगा-इन्दौर के राजकुमार बलाई को 13 अप्रेल, 2016 को तथा हिरणमगरी-उदयपुर निवासी हेमराज चौधरी को 21 अप्रेल, 2016 को गिरफ्तार किया था। पुलिस के कोर्ट में समय पर चालान पेश नहीं करने के कारण मामले में आरोपी प्रभुलाल गुर्जर को सीआरपीसी की धारा 167/2 में न्यायालय को जमानत पर रिहा करने के आदेश देने पड़े थ्ो। पुलिस ने रामजीलाल शर्मा से 550 बोटल संग्राम की, 132 बोटल रॉयल स्टेज की, 550 खाली बोतल सहित अन्य सामान बरामद किया था। जांच में पता चला कि अभियुक्तगण नकली लेबल, ढक्कन व कार्टून इन्दौर से तथा मालेगांव-मुम्बई से स्प्रीट एवं एसेन्स लाकर नकली अंग्रजी शराब बनाते थ्ो। दिनेश उर्फ समीर किराडिया से राजेश मीणा पुत्र किशनलाल नाम का जब्त किया गया रंगीन ड्राइविंग लाईसेंस जांच में फर्जी पाया गया। उसने फर्जी मोबाईल सिम भी खरीदी थी।