जयपुर। अंध-विश्वास में आकर एक नाबालिग बच्चे की बलि लेने का मामला सामने आया है। यह घटना भरतपुर की है। मृतक बच्चा दसवीं कक्षा में पढ़ता था। लेकिन परीक्षा में फेल हो गया था। कल उसकी मौत हो गई, लेकिन परिजनों ने आनन-फानन में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इस बारे में किसी को सूचना नहीं दी। बाद में कुछ ग्रामीणों ने बलि देने की सूचना पुलिस को दी। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची। अंतिम संस्कार स्थल व जिस कमरे में मृतक रहता था, उस सील कर दिया है।
पिता व मां को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मौत संदेहास्पद लग रही है। हालांकि बलि की घटना की पुष्टि पुलिस नहीं कर रही है। पिता इन्द्र सिंह व अन्य परिजनों से पूछताछ के बाद ही पुलिस पुख्ता सूचना देने की कह रही है। बलि दिए जाने की यह घटना भरतपुर के वैर के खोहरी गांव की बताई जाती है, जहां पर इन्द्रसिंह पर अपने बेटे की बलि लिए जाने के आरोप लगे हैं। पुलिस को सूचना मिली थी कि परिजनों ने अपने ही घर के चिराग की बलि ले ली। फिर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इस बारे में परिचितों व गांव वालों को भी सूचना नहीं दी। पुलिस परिजनों से अंतिम संस्कार किए गए बच्चे के बारे में पूछताछ कर रहे हैं।
घर में एक बड़ा पत्थर और कुल्हाड़ी भी बरामद की है। एफएसएल टीम से राख के नमूने उठाए गए हैं। सीओ महेन्द्र शर्मा इन्द्र सिंह से पूछताछ कर रही है। उसके बेटे की मौत हुई थी। गांव वाले उसकी बलि लिए जाने की बात कह रहे हैं। हालांकि बलि की पुष्टि पुलिस नहीं कर रही है, लेकिन परिजनों के बयान संदेहास्पद है। महिलाएं बयान देने से कतरा रही है।