प्रदेश में वैक्सीनेशन की होगी अनिवार्यता, रात्रि 11 से सुबह 5 बजे तक जन अनुशासन
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर हुई राज्य मंत्रिपरिषद् की बैठक में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के तेजी से फैलते संक्रमण पर चिंता व्यक्त की गई। दुनिया के 116 देशों और देश के कई राज्यों में कोरोना एवं ओमिक्रोन वैरिएंट के तेजी से बढ़ते केसों के दृष्टिगत मंत्रिपरिषद् ने भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप प्रदेश में भी संक्रमण से बचाव तथा जीवन रक्षा के लिए आवश्यक पाबंदियां लगाने पर सहमति व्यक्त की है। बैठक में मंत्रिपरिषद् ने संक्रमण के फैलाव को देखते हुए प्रदेश में रात्रि 11 बजे से प्रातः 5 बजे तक जन अनुशासन कफ्र्यू की प्रभावी पालना कराए जाने का निर्णय लिया है। साथ ही, मास्क की अनिवार्यता एवं कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की सख्ती से पालना कराए जाने पर जोर दिया। साथ ही मंत्रिपरिषद् ने 31 जनवरी तक पात्र सभी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने तथा प्रदेश में वैक्सीन की अनिवार्यता के संबंध में भी सहमति व्यक्त की। मंत्रिपरिषद् ने कहा कि वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगवाने वालों को 31 जनवरी के बाद सार्वजनिक एवं अधिक जन समूह वाले स्थानों पर जाने की अनुमति नहीं दी जाए।
बैठक में बताया गया कि भारत सरकार ने 27 दिसम्बर को अवगत कराया है कि कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट विश्व के 116 देशों में फैल चुका है। यूएसए, ब्रिटेन, यूरोप (फ्रांस, इटली, स्पेन), रूस, दक्षिण अफ्रीका, वियतनाम एवं आस्ट्रेलिया जैसे देशों में इसके बड़ी संख्या में केस आ रहे हैं। इसके संक्रमण की गति भी डेल्टा वैरिएंट से 3 गुना अधिक है। इसको देखते हुए भारत सरकार ने वैक्सीनेशन, टेस्टिंग और सर्विलांस, क्लीनिकल मैनेजमेंट, कम्यूनिटी एंगेजमेंट एण्ड कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर सहित अन्य सावधानियां बरतने के निर्देश जारी किए हैं। देश के लगभग सभी राज्यों में ओमिक्रोन वैरिएंट के साथ ही कोरोना के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। दिल्ली में 4 जून के बाद एक ही दिन में कोविड-19 के रिकॉर्ड 419 केस आए हैं तथा पॉजिटिविटी दर में भी 0.89 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। महाराष्ट्र में कोरोना के 2 हजार से अधिक केस आए हैं, इनमें से अकेले मुंबई में नए केस 1,377 हैं। गुजरात में 394, तेलंगाना में 228, छत्तीसगढ़ में 69, पंजाब में 51 सहित अन्य राज्यों में भी कोविड-19 के केसों में वृद्धि हुई है।
कोरोना के नए केसों में एकाएक बढ़ोतरी एवं ओमिक्रोन वैरिएंट के फैलाव को देखते हुए दिल्ली सरकार ने यलो अलर्ट जारी कर मेट्रो, बार, रेस्टोरेंट एवं प्राइवेट ऑफिस में उपस्थिति 50 प्रतिशत कर दी है। जिम एवं सिनेमा हॉल को बंद किया गया है। शॉपिंग मॉल एवं दुकानें एक दिन छोड़कर एक दिन खोलने की अनुमति दी गई है तथा रात्रि 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कफ्र्यू किया गया है।
इसी प्रकार मध्यप्रदेश में रात्रि कफ्र्यू लागू किया गया है और पंचायत चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं। वैक्सीन की दोनों डोज लगाने वालों को ही सिनेमा हॉल, जिम, क्लब सहित अन्य स्थानों पर अनुमति दी गई है। कर्नाटक में नए साल पर सार्वजनिक स्थानों एवं क्लब-रेस्टोरेंट आदि पर 50 प्रतिशत क्षमता के साथ अनुमति दी गई है। विशेष कार्यक्रमों एवं डीजे पर 2 जनवरी तक प्रतिबंध लगाया गया है। पंजाब ने भी 15 जनवरी से बाजारों एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर दोनों डोज लगाने वालों को ही अनुमति दी है।
देश में कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलाव एवं अन्य राज्यों में लगाई गई पाबंदियों को देखते हुए राज्य मंत्रिपरिषद् ने प्रदेश में भी पूरी सावधानी एवं सतर्कता रखने तथा जन अनुशासन कायम करने पर जोर दिया है। मंत्रिपरिषद् ने अपेक्षा की है कि जनता के सहयोग से कोविड अनुशासन की प्रभावी पालना कराई जाए, ताकि संक्रमण के प्रसार को रोककर किसी भी तरह की घातक स्थिति से बचा जा सकेे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैठक में कहा कि प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा के साथ-साथ आजीविका को सुचारू रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। जीविकोपार्जन को ध्यान में रखते हुए राज्य मंत्रिपरिषद् ने फिलहाल कम से कम पाबंदियों के साथ जन अनुशासन की पालना कराने पर अपनी राय व्यक्त की है। मंत्रिपरिषद् ने इस संबंध में निम्न निर्णय लिए हैं –
– वैक्सीनेशन की अनिवार्यता
विशेषज्ञों की राय के अनुसार जिन्होंने कोविड वैक्सीन की दोनों डोज ले ली हैं, उनमें कोरोना के नये वैरिएंट (ओमिक्रॉन) से संक्रमण का खतरा बहुत कम है और संक्रमित होने पर इसका असर कम देखा गया है। समस्त विश्वविद्यालय/महाविद्यालय/विद्
– न्यू ईयर के लिए होटलों में बुकिंग कैंसिल नहीं
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि न्यू ईयर के लिए होटलों में बुकिंग हो चुकी है। वह कैंसिल नहीं होगी। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बैठक मेंं हेल्थ एक्पर्ट से पूछा था कि न्यू ईयर पर होटलों में कहीं जगह नहीं है। न्यू ईयर की भीड़ पर क्या एडवाइज करेंगे। क्रिसमस के बाद मामले बढ़े थे। इस पर डॉ वीरेंद्र सिंह ने कहा, आउटडोर में रिस्क कम है, जबकि एसी और इनडोर में खतरा ज्यादा है। न्यू ईयर पर लोग सावधानी बरतें।दाह संस्कार में 20 लोग की लिमिटेशन करनी चाहिए। शादियों में 200 लोगों की बाध्यता करें। बाद में इसे 40 करना चाहिए।
– 9 महीने के बाद तीसरी डोज का क्या मतलब?
सीएम गहलोत ने कहा, तीसरी डोज नौ महीने का कैसे तय हुआ। लगता है केंद्र ने प्रीकॉशन डोज इसलिए नाम दिया है, ताकि सब लोग वैक्सीन नहीं मांगें। केंद्र ने रास्ता निकाल दिया. 60 साल से ऊपर, बीमार, इनको ही लगे। कितनी चालाकी से काम हो रहा है। जो दो डोज लगी है, वही वैक्सीन तीसरी लगाने का प्रावधान है। एक्सपर्ट कह रहे हैं कि मिक्स डोज भी लगे तो सही है। पीएम कह रहे हैं कि 15 से 18, जबकि भारत सरकार की पीसी में 12 से 18 कह रहे थे। लग रहा है कि केंद्र सरकार जुगाड़ कर रही है।