जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गौमाता को ऊंचा दर्जा दिया गया है। निराश्रित एवं मूक गौधन की सेवा बड़े ही पुण्य का काम है और हमारी सरकार गौवंश के संरक्षण और संवर्धन में कोई कमी नहीं छोड़ेगी। गहलोत शनिवार को राजसमंद जिले के देवगढ़ में गुरू सौभाग्य मदन गौशाला के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी पूर्ववर्ती सरकार के समय गौसेवा के लिए अलग से निदेशालय स्थापित किया गया। ऎसा करने वाला राजस्थान पहला राज्य था। अब हमने गौशालाओं के लिए दिए जाने वाले अनुदान को बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान ऎसा राज्य है जहां सदियों से अकाल एवं सूखा पड़ता रहा है। प्रवासी राजस्थानियों के योगदान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि देश और दुनिया में राजस्थान का नाम रोशन करने वाले प्रवासी राजस्थानियों ने अकाल और सूखे के समय चारा और पेयजल प्रबंधन तथा गौधन को बचाने में हमेशा आगे बढ़कर सरकार का सहयोग किया है। गहलोत ने इस गौशाला के विकास में गुरू सौभाग्य मदन गौशाला प्रवासी समिति के अध्यक्ष एवं भामाशाह केसरीमल बुरड को साधुवाद देते हुए कहा कि अन्य लोगों को भी उनसे प्रेरणा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण ऎहतियात के तौर पर हमारी सरकार ने प्रदेश में सभी स्कूल, कॉलेजों, सिनेमाघर आदि को 30 मार्च तक बंद रखने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि गौ माता को समर्पित पुनीत एवं धार्मिक कार्य होने के कारण ही मैं इस कार्यक्रम में उपस्थित हुआ हूं। गहलोत ने कहा कि प्रदेशवासियों को कोरोना को लेकर भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। हमारी सरकार इस रोग से बचाव के लिए सभी उपाय कर रही है। उन्होंने आमजन का आह्वान किया कि वे भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचें तथा आवश्यक होने पर ही यात्राएं करें।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने गौशाला का अवलोकन किया तथा गायों को गुड़ खिलाया। उन्होंने समारोह में उपस्थित जैन मुनि सौभाग्य महाराज, सुकन मुनि, कमल मुनि आदि जैन मुनियों तथा साध्वियों का आशीर्वाद लिया।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि संत-मुनि समाज को दिशा देने का काम करते हैं तथा यह गौशाला इसी का अनुपम उदाहरण है। जैन मुनि सौभाग्य महाराज ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भामाशाह केसरीमल बुरड एवं अन्य भामाशाहों के सहयोग से इस गौशाला में 5 हजार गौवंश को संरक्षण मिलेगा।
इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवरसिंह भाटी, विधायक सुदर्शन सिंह रावत एवं खुशवीर सिंह जोजावर सहित बड़ी संख्या में अन्य जनप्रतिनिधि एवं देश के विभिन्न राज्यों से आए जैन समाज के लोग उपस्थित थे।