jyoti khandwal
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jaipur.पीसीसी महासचिव पूर्व मेयर ज्योति खण्डेलवाल ने नगर निगम के एक ओर घोटाले का खुलासा किया है.ज्योति खण्डेलवाल ने बताया कि जयपुर नगर निगम में मेयर के ओएसडी के रूप में नियमविरूद्ध बिना डीएलबी के आदेषों के कार्य करने वाले जगदीष गर्ग को अब प्रधानमंत्री कार्यालय व एसीबी में षिकायत करने के बावजूद गैरकानूनी रूप से 30000 रूपये महिने के हिसाब से करीब 8.50 रूपये का भुगतान करनें के आदेष डीएलबी ने ही कर दिये। पूर्व में षिकायतकर्ता रंगीला प्रसाद गुप्ता ने प्रधानमंत्री कार्यालय में षिकायत की थी कि पूर्व मेयर निर्मल नाहटा ने नियमविरूद्ध जगदीष गर्ग को ओएसडी के रूप में लगा रखा है तथा वह सरकारी राजस्व को नुकसान पहुचाते हुए अन्य भ्रष्टाचार के साथ-साथ नगर निगम की गाडी का इस्तेमाल भी कर रहा है, साथ ही अपने बेटो को नगर निगम में ठेके दिलवा रखे है.

मेयर के साथ मिलकर भ्रष्टाचार कर रखा है. उसके बाद ही पूर्व मेयर निर्मल नाहटा को आनन-फानन में अपने पद से स्तीफा देना पडा। इसके बावजूद जगदीष गर्ग को मेयर के ओएसडी पद से नही हटाया गया। पीसीसी महासचिव पूर्व मेयर ज्योति खण्डेलवाल ने इस बाबत एक षिकायत 10 फरवरी 2017 को पुलिस महानिदेषक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों में भी की थी ।
पीसीसी महासचिव पूर्व मेयर ज्योति खण्डेलवाल ने बताया कि अतिरिक्त निदेषक, डीएलबी संचिता विष्नोई ने अपने पत्र क्रमांक प.1(क)(141)कार्मिक/आएमएस/ डीएलबी/93/1976 दिनांक 25.2.16 जो आयुक्त नगर निगम को लिखा गया था कि 65 वर्ष से अधिक आयु के कार्मिक को नियमानुसार नहीं रखा जा सकता है से स्वतः स्पष्ट है कि डीएलबी ने नगर निगम द्वारा स्वीकृती मांगने पर मना कर दिया था. उसके पष्चात डीएलबी का एक ओर पत्र क्रमांक प.1(क)(141)कार्मिक/आएमएस/ डीएलबी/93/15459 दिनांक 25.10.16 आयुक्त नगर निगम को लिखा गया ओर जगदीष गर्ग की नियुक्ति को गैरकानुनी मानते हुए असहमति व्यक्त की । इन सबके बावजूद वर्तमान मेयर अषोक लाहोटी ने जगदीष गर्ग को नहीं हटाया ओर उससे गैरकानुनी रूप कार्य करवाते रहे ।

पूर्व मेयर ज्योति खण्डेलवाल की षिकायत के बाद जगदीष गर्ग को मेयर कार्यालय से हटाया गया लेकिन डीएलबी द्वारा जगदीष गर्ग की नियुक्ति को नियमविरूद्ध मानने के बावजूद वर्तमान मेयर अषोक लाहोटी ने जगदीष गर्ग को 2 साल से अधिक का 30000 रूपये महिने के हिसाब से भुगतान करने के आदेष अपने पद का दुरूपयोग करते हुए निकलवा लिये। पीसीसी महासचिव पूर्व मेयर ज्योति खण्डेलवाल इस बाबत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को व एसीबी में इस बाबत षिकायत करेंगी कि भ्रष्टाचार की जांच की जाये ओर सरकारी राजस्व को नुकसान पहुचाया गया है उसे वर्तमान मेयर अषोक लाहोटी से वसूला जाये व इसमें शामिल अधिकारियों पर भी कार्यवाही की जावे।

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