जयपुर. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि 9 महीने की सरकार में दो ही चर्चा है। एक तो ब्यूरोक्रेसी हावी है, मंत्री विधायकों की चल नहीं रही है। दूसरी बेटों का अघोषित शासन आ गया। सारे नेताओं के बेटे क्रिकेट में भविष्य तलाश रहे हैं। किसी ने गिल्ली-डंडा खेला नहीं होगा, लेकिन क्रिकेट में भविष्य तलाश रहे हैं। डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा के बेटे की बात आ रही है, वो अकेले नहीं है। दूसरे नेताओं के आएंगे। डोटासरा ने मंत्री मदन दिलावर पर कहा- मुख्यमंत्री से आग्रह करूंगा कि वे जिस तरह बोल रहे हैं, इनकी एस्कॉर्ट बढ़ा दीजिए। कही कोई दुर्घटना नहीं घट जाए। यह जिस तरह की भाषा का प्रयोग करते हैं, हमारे कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। डोटासरा शनिवार शाम जयपुर में अस्पताल रोड स्थित कांग्रेस वॉर रूम में बोल रहे थे। जब कमजोर व्यक्ति को राज में बैठा देते हैं। पर्चियों से इस तरह फैसले होने लग जाते हैं। जनता की आवाज और जनप्रतिनिधियों की आवाज के बगैर थोपा जाता है तो फिर इसी तरह का कुशासन देखने को मिलेगा। यह 9 महीने का रिकॉर्ड आगे भी इसी तरह जितने दिन चलेंगे, इसी तरह की बातें देखने को मिलेंगी। मदन दिलावर के बयान पर पलटवार करते हुए डोटासरा ने कहा दिलावर मंत्री नहीं नमूने हैं। दिलावर पूरे 5 साल शिक्षा मंत्री रह गए तो बीजेपी की 5 सीट भी आ जाए तो मुझे बता देना। ऐसे विवेकहीन व्यक्ति के बयान का जवाब देना शोभा नहीं देता। दिलावर को बीजेपी और आरएसएस ने केवल बदतमीजी और बकवास करने के लिए छोड़ रखा है। डोटासरा बोले दिलावर को लेकर हम कार्यकर्ताओं को मना करते हैं कि इस पर मत जाओ, यह बुद्धिहीन व्यक्ति है। दिलावर एक रोड का निरीक्षण करके मां-बहन की गालियां दे रहे थे। गांधी म्यूजियम में कोटा स्टोन जांच रहे, क्यां इंजीनियर हैं। डोटासरा ने कहा मुख्यमंत्री जम्मू में ऐसे घूम रहे थे, जैसे देश फतह कर लिया हो। मुख्यमंत्री पहले इन मंत्रियों पर लगाम लगाओ। एक मंत्री 3 महीने से कह रहे हैं कि मैं मंत्री नहीं हूं। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ कह रहे हैं, इस्तीफा नामंजूर हो गया है। किरोड़ी जी मंत्री हैं। मैं तो चाहूंगा कि रविवार की कैबिनेट की बैठक में किरोड़ीलाल भी जाएं और जनहित के मुद्दों पर जमकर बात रखें। किरोड़ीलाल अगर रविवार को कैबिनेट की बैठक में नहीं गए तो फिर मदन राठौड़ फेल हैं। डोटासरा ने अफसरों के तबादलों पर कहा- मुझे कोई कह रहा था कि नौ काउंटर खुल गए हैं। कई अफसर कह रहे थे कि पर्ची गलत काउंटर पर कटवा ली तो गलत हो गया। जब सही काउंटर पर पर्ची कटती है, फिर पता लगता है यह काउंटर भी ठीक नहीं था। सवाल यह है कि ब्यूराक्रेसी को आप फुटबॉल बनाकर कैसे गुड गवर्नेंस दे पाओगे? आपने मंत्रियों के एसए लगाए थे, तब इनका इंटरव्यू लिया था। डेढ़ महीने तक इंटरव्यू चले थे। डेढ़ महीने के इंटरव्यू के बाद उन्होंने यह कहा था कि 360 डिग्री का परीक्षण करके अधिकारियों को लगा रहे हैं। 360 डिग्री का परीक्षण को फेल किसने किया? सात से आठ मंत्रियों के एसए ही बदल गए। बाबू रात को रिलीव होते हैं, दूसरे दिन वापस लग जाते हैं। एक एक आरएएस अफसर के पांच बार तबादले हो रहे हैं। डोटासरा 1 अक्टूबर को अपने जन्मदिन के दिन हरियाणा विधानसभा चुनावों में प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा मेरा जन्मदिन उतना महत्वपूर्ण नहीं है। हरियाणा में जो चुनाव चल रहे हैं। वहां कांग्रेस पार्टी का प्रचार करूंगा। मैं 1 अक्टूबर को प्रचार करने के लिए हरियाणा में रहूंगा। मैं पीसीसी अध्यक्ष हूं, इसलिए जिले और ब्लॉकों से कहूंगा की 9 महीने के सरकार के कार्यकाल की 9 विफलताएं हैं। उसका प्रेसिडेंट के नाम ज्ञापन दें। हम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जरूर दिलाएंगे, सरकार फेल है। किसी को कोई लाभ नहीं दे पाई है। डोटासरा ने कहा हरियाणा में कांग्रेस एकतरफा जीत रही है। हरियाणा के लोगों ने मन बना लिया। वहां पर भाजपा का कोई भी उम्मीदवार पीएम नरेंद्र मोदी, मनोहरलाल खट्टर और सीएम नायब सैनी का नाम नहीं ले रहा है।

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