वाशिंगटन । आधार योजना के सूत्रधार नंदन नीलेकणि ने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी के युग में निजता के मामले में भारत की ‘‘स्थिति बहुत अच्छी’’ है और उन्होंने विश्वास जताया कि सरकार की विशिष्ट पहचान संख्या योजना निजता के परीक्षण में सफलतापूवर्क पास होगीआधार कार्ड योजना पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने शुरू की थी और मौजूदा सरकार ने उसका समर्थन किया है। अब तक एक अरब से ज्यादा लोगों के आधार कार्ड बन चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक से इतर वैश्विक विकास केंद्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नीलेकणि ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि निजता के मामले में भारत की स्थिति बहुत अच्छी है।’’ भारत की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस फर्म इंफोसिस के 62 वर्षीय गैर कार्यकारी चेयरमैन ने कहा कि आधार का शुक्रिया कि कई कार्यकर्ता उच्चतम न्यायालय गए और उन्होंने दावा किया कि यह निजता का उल्लंघन था। निजता और आधार कार्ड पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने इसे उच्चतम न्यायालय के इतिहास में सबसे अच्छे फैसलों में से एक बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘न्यायाधीशों ने कहा कि हां निजता मौलिक अधिकार है। हालांकि सरकार कुछ विशिष्ट सामाजिक लक्ष्यों के लिए निजता को सीमित कर सकती है।’’ नीलेकणि ने कहा, ‘‘अदालत ने एक बेहतरीन रूपरेखा तैयार की है। उसी समय अदालत ने कहा कि तकनीक और डिजिटल प्रौद्योगिकी सामाजिक प्रगति और नवोन्मेष के लिए महत्वपूर्ण सहायक है।’’ एक सवाल का जवाब देते हुए नीलेकणि ने कहा कि नीति की दृष्टि से ‘‘यह स्पष्ट करना चाहिए’’ कि तकनीक तक पहुंच ना होने के कारण किसी कोई इसके हक से वंचित नहीं किया जाना चाहिए।