नई दिल्ली। भारतीय टीम रविवार को जब यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में खेलने उतरेगी तो उसका लक्ष्य इस मैच को जीतकर पांच मैचों की सीरीज में अजेय बढ़त बनाना होगा। टींम इंडिया का इरादा आईसीसी रैंकिंग में फिर से नंबर एक पर काबिज होना भी रहेगा। विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम ने अपने गेंदबाजी आक्रमण की बदौलत दूसरे वनडे में 252 रन के स्कोर का सफल बचाव किया था और 50 रन से मैच अपने नाम किया था। भारत ने चेन्नई में बारिश से प्रभावित पहले मैच में डकवर्थ लुइस नियम से 26 रन से जीत दर्ज की थी। भारत यदि होल्कर स्टेडियम में अपना विजय अभियान बरकरार रखता है तो फिर वह आईसीसी वनडे रैकिंग में भी नंबर एक पर पहुंच जाएगा।
विराट की टीम अभी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज है लेकिन वनडे में वह दक्षिण अफ्रीका के बाद दूसरे स्थान पर है। इन दोनों टीमों के एक समान 119 अंक हैं लेकिन दक्षिण अफ्रीका दशमलव में गणना में भारत से आगे है। भारत यदि ऑस्ट्रेलिया को दूसरे वनडे में हरा देता है तो उसके 120 अंक हो जाएंगे। भारत उस होल्कर स्टेडियम में उतरेगा जिस पर वह अभी तक न कभी टॉस हारा है और न ही मैच। टीम इंडिया यदि इंदौर के होल्कर स्टेडियम में एक बार फिर जीत दर्ज करती है तो इस मैदान पर यह उसकी लगातार पांचवी जीत होगी। भारत ने इस मैदान पर अब तक चार वनडे खेले हैं और चारों में मेजबान टीम विजयी रही है। मौसम जरुर भारत का मजा कुछ किरकिरा कर सकता है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से देश के इस भाग में बारिश हो रही है और मौसम विभाग ने कुछ समय के लिए बारिश की संभावना जताई है।
विश्व क्रिकेट में पिछले कुछ वर्षों से से टीम इंडिया की बल्लेबाजी लाइनअप की चर्चा होती रही है जिसमें कोहली के अलावा वनडे में महेंद्र सिंह धोनी जैसा सुपर फिनिशर शामिल है लेकिन मौजूदा सीरीज में भारतीय गेंदबाजों ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। भारत के पेसर भुवेनश्वर कुमार अपनी स्विंग और तेजी से, जसप्रीत बुमराह अपनी यॉर्कर और ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या मेहमान टीम के बल्लेबाजों के लिए मुश्किल खड़ी कर रहे हैं। कलाई के दो स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव भी फॉर्म में हैं। ईडन गार्डंस पर पिछले मैच में कुलदीप ने हैट-ट्रिक लेकर ऑस्ट्रेलियाई मध्यक्रम की कमर तोड़ दी थी।
पिच क्यूरेटर समंदर सिंह चौहान ने कहा, यह बड़े स्कोर वाला मैच होगा। इसके साथ ही गेंदबाजों के लिए भी इसमें पर्याप्त मौके होंगे। पिच से परंपरागत स्पिनरों को ज्यादा टर्न मिलने की संभावना नहीं है लेकिन कलाई के स्पिनरों को जरुर टर्न मिलेगा। भारत के लिये यह अच्छा है कि उसके पास कलाई के दो स्पिनर हैं। ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि उसके मुख्य बल्लेबाज डेविड वॉर्नर का बल्ला पिछले दोनों मैच में चल नहीं पाया है। इस धाकड़ बल्लेबाज ने दो मैचों में केवल 26 रन बनाए हैं।
मध्यक्रम में कप्तान स्टीव स्मिथ ही आत्मविश्वास से खेल पाए हैं जबकि ट्रेविस हेड, ग्लेन मैक्सवेल और मैथ्यू वेड के प्रदर्शन में निरंतरता नहीं है। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने अपेक्षाकृत अच्छा प्रदर्शन किया है। पिछले मैच में कोहली की 92 रन की पारी से भारत बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहा था लेकिन गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को अच्छी वापसी दिलाई थी। नाथन कोल्टर नाइल और केन रिचर्डसन उम्मीदों पर खरे उतरे हैं लेकिन स्पिन विभाग ऑस्ट्रेलिया की चिंता बना है जिसमें एडम जाम्पा और एशटन एगर दोनों ही अब तक अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं।
टीम इस प्रकार हैं :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, अंजिक्य रहाणे, मनीष पांडे, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी, हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, लोकेश राहुल, उमेश यादव, मोहम्मद शमी और रविंद्र जडेजा।
ऑस्ट्रेलिया : स्टीव स्मिथ (कप्तान), डेविड वॉर्नर, ट्रैविस हेड, ग्लेन मैक्सवेल, पीटर हैंड्सकांब, मार्कस स्टोइनिस, मैथ्यू वेड, पैट कमिन्स, एशटन एगर, नाथन कोल्टर नाइल, केन रिचर्डसन, हिल्टन कार्टराइट, एरॉन फिंच, जेम्स फॉकनर और एडम जाम्पा।