delhi.अप्रैल-अगस्त 2018-19 के दौरान भारत से कुल निर्यात (वाणिज्यिक एवं सेवा संयुक्त) 221.83 अरब अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान लगाया है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 20.70 प्रतिशत की धनात्मक वृद्धि को दर्शाता है। इसी तरह अप्रैल-अगस्त 2018-19* के दौरान कुल मिलाकर आयात 269.54 अरब अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 21.01 प्रतिशत की धनात्मक वृद्धि को दर्शाता है।
सेवा क्षेत्र से जुड़ा डेटा अप्रैल-जुलाई 2018-19 से संबंधित है क्योंकि आरबीआई की 14 सितंबर 2018 की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार नवीनतम डेटा जुलाई 2018 के लिए उपलब्ध है।
अप्रैल से जुलाई 2018-19 के लिए आरबीआई की प्रेस विज्ञप्ति के मासिकवार त्वरित अनुमान डेटा को जोड़ने पर यह आंकड़ा सामने आया है। यह डेटा अनंतिम है और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा संशोधन करने पर इसमें बदलाव हो सकता है। इसके अलावा, यह भी ध्यान देने योग्य है कि अगस्त 2018 के आंकड़े अनुमानित हैं और इन्हें आरबीआई के अप्रैल-जुलाई 2018-19 के डेटा में जोड़ा गया है, ताकि अप्रैल-अगस्त 2018-19 के लिए कुल व्यापार घाटे का आकलन हो सके। आरबीआई द्वारा अगस्त, 2018 के लिए जारी की जाने वाली अगली प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर इसमें संशोधन किया जाएगा।
अगस्त, 2018 में 27.84 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात हुआ जो अगस्त 2017 में हुए निर्यात की तुलना में 19.21 प्रतिशत की धनात्मक वृद्धि को दर्शाता है। रुपये के लिहाज से अगस्त 2018 में निर्यात 1,93,624.74 करोड़ रुपये का हुआ जो अगस्त, 2017 के मुकाबले 29.60 प्रतिशत की बढ़ोतरी को रेखांकित करता है।
अगस्त, 2018 में जिन प्रमुख जिंस समूहों के निर्यात में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में धनात्मक वृद्धि दर्ज की गई है. अगस्त 2018 में 45.24 अरब अमेरिकी डॉलर (3,14,597.54 करोड़ रुपये) का आयात हुआ, जो अगस्त 2017 के मुकाबले डॉलर के लिहाज से 25.41 प्रतिशत और रुपये के लिहाज से 36.36 प्रतिशत अधिक है। अगस्त, 2018 में जिन प्रमुख जिंस समूहों के आयात में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है.