नयी दिल्ली: भारतीय महिल मुक्केबाज एआईबीए महिला युवा विश्व चैम्पियनशिप में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की ओर बढ़ रही हैं जिन्होंने यहां क्वार्टरफाइनल के दिन पांच पदक अपने सुनिश्चित दो पदकों में जोड़ लिये। ज्योति गुलिया (51 किग्रा), शशि चोपड़ा (57 किग्रा), अंकुशिता बोरो (64 किग्रा), नीतू (48 किग्रा) और साक्षी चौधरी (54 किग्रा) ने अपनी अपनी क्वार्टरफाइनल बाउट जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। नेहा यादव (प्लस 81 किग्रा) और अनुपमा (81 किग्रा) ने अपने वजन वर्गों में ड्रा में कम मुक्केबाजों के कारण अंतिम चार में पहुंचकर पदक पक्का किया था। हालांकि निहारिका गोनेला (75 किग्रा) इंग्लैंड की जार्जिया ओकोनोर से और आस्था पहवा (69 किग्रा) तुर्की की कानसेर ओल्टु से क्वार्टरफाइनल में हारकर पदक की दौड़ से बाहर हो गयीं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्वर्ण पदकधारी ज्योति रिंग पर उतरने वाली पहली भारतीय थी, जिन्होंने इटली की जियोवाना मार्चेसे को 5-0 से शिकस्त दी। वह तीनों दौर में आक्रामक रहीं और उनका बाउट में दबदबा रहा। अगली मुक्केबाज शशि थीं, जिन्होंने दसवीं वरीय कजाखस्तान की संदुगाश अबिखान को 5-0 से ही पराजित किया। हालांकि यह स्कोर की तरह इतना आसान मुकाबला नहीं रहा। दो बार की अंतरराष्ट्रीय रजत पदकधारी अंकुशिता को इटली की रेबेका निकोली के खिलाफ अन्य बाउट के मुकाबले कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। लेकिन फिर भी यह भारतीय जीत दर्ज करने में सफल रही। शाम के सत्र में शीर्ष वरीय और मौजूदा राष्ट्रीय चैम्पियन नीतू को जर्मनी की मैक्सी क्लोट्जर को हराने में जरा भी दिक्क्त नहीं हुई। साक्षी के साथ भी ऐसा ही हुआ, उन्होंने भी चीन की लु जिया को हराकर अंतिम चार में प्रवेश किया। भारत ने इस प्रतियोगिता के पिछले चरण में महज एक कांस्य पदक जीता था और 2011 के बाद से एक भी स्वर्ण पदक नहीं जीता है।