INS Tarangini,traveling world
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कोच्चि.कोच्चि स्थित भारतीय नौसेना के जहाज शारदा ने अजिकल बंदरगाह से लगभग 35 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम से समुद्र से पांच मछुआरों को बचाया। इन मछुआरों की मछली पकड़ने वाली नौका एफ-वी ओमकारम के डूब जाने के बाद से वे समुद्र में तैर रहे थे। यह घटना आज सुबह करीब साढ़े नौ बजे यह हुई, जब नौसेना का जहाज इस क्षेत्र में गश्त लगा रहा था।

एक सजग प्रहरी ने पानी में कुछ हलचल होती हुई देखी, बाद में पता चला कि वहां पांच मछुआरे पानी में तैर रहे थे। जहाज मुस्तैदी दिखाते हुए फौरन अपना रास्ता बदलकर मछुआरों की ओर बढ़ गया। उसके बाद लाइफबोट पानी में उतारकर पांचों मछुआरों को जहाज पर लाया गया। इन मछुआरों पर नजर पड़ने के 10 मिनट के भीतर ही सारी कार्रवाई को अंजाम दे दिया गया। दो मछुआरों को मामूली चोटें आई थीं। जहाज पर मौजूद चिकित्सा दल ने उन्हें प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराई। इसके बाद जहाज मछुआरों को किनारे तक पहुंचाने के लिए कोच्चि की ओर बढ़ गया।

समुद्र से बचाए गए मछुआरों ने बताया कि वे 4 मार्च, 2019 को सुबह कासरगौड़ के चेरूवथार से सुबह 4 बजे निकले थे। उन्होंने बताया कि उनकी 13 फुट लंबी नौका के अंदर पानी घूसना शुरू हो गया जिसे वे नियंत्रित नहीं कर सके। नौका में पानी भर जाने के कारण वह समुद्र में डूब गयी। उसके बाद सुबह साढ़े छह बजे से ही वह मछुआरे बिना किसी जीवनरक्षक उपकरण के समुद्र में तब तक तैरते रहे जब तक नौसेना के जहाज ने उन्हें बचा नहीं लिया। मछुआरों ने बताया कि उन्होंने अपने कपड़े उतारकर जहाज को संकेत दिया। उन्होंने बताया कि वे बचने की उम्मीद छोड़ चुके थे। बचाए गए मछुआरों में मनोहरन (56) (नौका का मालिक), वासव (57), चंद्रन (60), सुरेश (42), सुरेन्द्रन (49) शामिल थे। ये सभी कासरगौड़ के कंजनघाद के रहने वाले हैं। जहाज के चालक दल ने इन्हें भोजन, पानी और कपड़े उपलब्ध कराए।

आईएनएस शारदा भारतीय नौसेना का अपतटीय गश्त लगाने वाला पोत है और इसके कमीशन को 26 वर्ष हो चुके है। इससे पहले भी इस जहाज ने चक्रवात ओखी के दौरान 21 मछुआरों को बचाया था।

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