जयपुर। राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के 33 सूत्रीय मांग पत्र को लेकर तीन दिनों से जारी हड़ताल को समाप्त करने के मुद्दे पर आज हड़ताली चिकित्सकों और सरकार के बीच बातचीत होगी। राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डा. अजय चौधरी ने बताया कि सरकार से होने वाली बातचीत में संघ के नामित सात प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। प्रथम दौर की बातचीत में वह, महासचिव और संगठन महामंत्री शामिल नहीं होंगे। बातचीत में रेजिडेंट चिकित्सक संघ के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार से होने वाली बातचीत में नामित किये गये अन्य कोई व्यक्ति अधिकृत नहीं होगा। चिकित्सकों का प्रतिनिधिमंडल सरकार से हुई बातचीत से कोर कमेटी को अवगत कराने के बाद कोर कमेटी अन्तिम निर्णय लेगा।
उन्होंने कहा कि हमने सरकार को मांगों पर निर्णय करने के लिए पर्याप्त समय दिया, बावजूद सरकार की कमजोरी के कारण हड़ताल पर जाने का निर्णय करना पड़ा है। बीकानेर से प्राप्त समाचार के अनुसार सरकारी सेवारत चिकित्सकों को सद्बुद्वि देने के लिए जागरूक लोगों ने बीकानेर में मौन जुलूस निकाला और डाक्टरों के कदम पर रोष व्यक्त किया। यह मौन जुलूस संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम से लेकर कलेक्ट्रेट परिसर तक पैदल मार्च निकाला गया। मौन जुलूस से जुड़े शोधार्थी सुरेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रदेश के डाक्टरों ने अमानवीय तरीके से हड़ताल की है, जहां प्रदेश में एक तरफ डेंगू इत्यादि बीमारियों का प्रकोप है, ऐसी स्थिति में हालात खराब हो रहे है, इनकी हड़ताल का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। मरीजों को मजबूरन निजी चिकित्सकों व अस्पतालों की सेवायें लेनी पड़ रही है।