जयपुर। अपने तकनीकी ज्ञान और कौशल के दम पर मात्र 16 वर्ष की आयु में टैक एंटरप्रेन्योर का दर्जा हासिल करने वाले पिंकसिटी के आर्यन सिंह विश्व के नंबर 1 तकनीकी संस्थान मैसाचुएट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (कैम्ब्रिज, यूएसए) से एक माह का रिसर्च कोर्स करके सोमवार को जयपुर लौटे।
एमआईटी की रिसर्च के अनुभव शेयर करते हुए आर्यन सिंह ने बताया कि वे अगले माह से जयपुर में इंटरनेशनल लेवल की एडवांस रिसर्च लैब शुरू करने जा रहे हैं, जहां आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी, रियल लाइफ सर्च इंजन सहित विभिन्न विषयों पर रिसर्च करेंगे। उनकी इस रिसर्च से जहां भारत देश को डिफेंस, कम्युनिटी, हैल्थ सहित कई क्षेत्रों में तकनीकी लाभ होगा, वहीं आर्यन के द्वारा शुरू किए जाने वाले प्रोजेक्ट्स से यंग टैक एक्सपर्ट्स जुड़ेंगे और तकनीकी शोध की दिशा में एक नए भविष्य की शुरुआत होगी।
उल्लेखनीय है कि आर्यन सिंह के नाम 3 तकनीकी पेटेंट फ़ाइल हो चुके हैं, वहीं 20 से अधिक रिसर्च प्रोजेक्ट्स पर वे अभी काम कर रहे हैं, जिसके लिए 3 कम्पनीज ने उनके साथ एग्रीमेंट किया है। मात्र 12 साल की उम्र में पायथन, जावा, C ++ सरीखी प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज सीखने के बाद उन्होंने इजीटेक नामक आर्गेनाईजेशन बनाई, जिसमें भारत, अफ्रीका सहित 10 देशों के 57 टैक एक्सपर्ट्स काम कर रहे हैं। कक्षा 7 में पढ़ाई के दौरान ही आर्यन ने इजी कंप्यूट बॉक्स नामक डिवाइस का अविष्कार किया जो आकार में माचिस के समान है, लेकिन किसी भी मायने में कंप्यूटर से कम नहीं है। आर्यन के इजी कंप्यूट बॉक्स से वे सभी काम किए जा सकते हैं, जो एडवांस कम्प्यूटर पर किये जाते हैं।
आर्यन का सपना भारत को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस रिसर्च की दिशा में आगे ले जाना है और इसके लिए वे जयपुर में एडवांस लैब खोलने जा रहे हैं। वे कहते हैं कि मैं आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को रियल लाइफ सिचुएशन से इंटीग्रेटेड करने के देशव्यापी प्रोजेक्ट पर काम करूंगा। इसमें एक ऐसा ईकोसिस्टम डवलप होगा, जिससे ह्यूमन बिहैवियर और पैटर्न को एनालिसिस किया जा सकेगा।