नई दिल्ली। विगत 10 माह से यमन में इस्लास्मिक स्टेट (आईएस) के चंगुल में फंसे केरल निवासी कैथोलिक पादरी फादर टॉम उजहूनालिल को रिहा कराने के लिए विदेश मंत्रालय पूरा प्रयास करेगा। हाल ही 55 वर्षीय पादरी फादर टॉम का पांच मिनट का एक वीडियो सामने आया। इस वीडियो में फादर टॉम ने भारत सरकार से खुद को आईएस के चंगुल से रिहा कराने की गुहार लगाई। इससे पूर्व भी फादर टॉम ने पोप के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भारत सरकार से अनुरोध किया था कि उन्हें रिहा कराया जाए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि यदि वह यूरोपिय पादरी होते तो शायद अब तक स्थिति कुछ अलग होती है। वहां के लोग व प्रशासनिक अधिकारी मामले को गंभीरता से लेते और अब तक वे सकुशल आईएस के चंगुल से बाहर आ जाते। लेकिन भारतीय होने के कारण उनका कोई महत्व नहीं रह गया। उनकी रिहाई को लेकर विश्व जगत कोई प्रयास नहीं कर रहा है। फादर टॉम का वीडियो सामने आने के बाद अब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा कि फादर टॉम की जल्द रिहाई के पूरे प्रयास किए जाएंगे। फादर टॉम का वीडियो देखा है। वे भारतीय नागरिक है और उनका जीवन हमारे लिए अमूल्य है। उनकी रिहाई को लेकर भरकस प्रयास किए जाएंगे। विदेश मंत्रालय प्रवक्ता विकास स्वरुप ने कहा कि यमन में लड़ाई जोरों पर है। साथ ही वहां सत्ता का कोई केन्द्र भी नहीं है। फादर टॉम की रिहाई के लिए दूसरे देशों से निरंतर संपर्क किया जा रहा है। जल्द ही उनको वहां से बाहर निकाल लिया जाएगा।

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