जोहानिसबर्ग। आतंकवादी संगठनों की निगरानी रखने वाले एक समूह का कहना है कि इस्लामिक स्टेट समूह ने एक वीडियो पोस्ट की है जो सोमालिया में आईएस से जुड़े लड़ाकों का पहला वीडियो माना जा रहा है।वीडियो कल ऑनलाइन पोस्ट किया गया था जिसमें समर्थकों से अपील की गई है कि उन लोगों को निशाना बनाये जिन्हें वह नास्तिक मानता है और गिरिजाघरों और बाजारों पर हमले करे।एसआईटीई खुफिया समूह का कहना है कि वीडियो में समर्थकों से अपील की गई है कि त्योहार के मौसम में लोगों के ‘‘नशे में होने’’ का फायदा उठाकर हमले को अंजाम दें।
अमेरिका ने पिछले महीने सोमालिया में इस्लामिक स्टेट से जुड़े लड़ाकों पर पहला ड्रोन हमला शुरू किया था। द हॉर्न ऑफ अफ्रीका कहे जाने वाले इस अफ्रीकी देश में लड़ाकों की कम संख्या है लेकिन उनकी उपस्थिति बढ़ती जा रही है। इनमें से कई अल-कायदा से जुड़े अल-शबाब आतंकवादी समूह छोड़ने वाले लड़ाके शामिल हैं।लड़ाके उत्तर सोमालिया के ग्रामीण पुंटलैंड में हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आईएस के आतंकवादी सीरिया और इराक से भाग रहे हैं इसलिए उनकी संख्या यहां बढ़ सकती है।