जयपुर। गुलाबी नगर की फिजा 19 जनवरी से एक बार फिर साहित्य के रंगने जा रही है। जयपुर लिटरेचर फैस्टिवल (जयपुर साहित्य महोत्सव) के 10वें सत्र का आयोजन 19 जनवरी से शुरू होगा। जो 23 जनवरी तक चलेगा। जिसमें ख्यातनाम साहित्यकारों व कला प्रेमियों की मौजूदगी आयोजन को यादगार बना देगी। वहीं आयोजन का जिम्मा संभालने वाली संस्था इसके कार्यक्रमों व सत्रों को अंतिम रुप देने में जुटी हुई है। शहर के ऐतिहासिक डिग्गी पैलेस में होने वाले 5 दिवसीय इस आयोजन का विषय द फ्रीडम टू ड्रीम: इंडिया एट 70 होगा। महोत्सव के सह संस्थापक व लेखक विलियम डेलरिम्पल ने कहा कि विश्व को जयपुर में लाना व भारतीय साहित्य के गौरवमय इतिहास से विश्व को रुबरु कराना था। हमें खुशी है कि 10 साल पहले जो तय किया था उसमें काफी हद तक सफलता भी मिली। 10वें लिटरेचर फैस्टिवल में एक बार फिर गीतकार,पटकथा लेखक व कवि प्रसून जोशी की मौजूदगी देखने को मिलेगी। वहीं कुंगा तेंजिन दोरजी भी इस बार आएंगे। लिटरेचर फैस्टिवल में जिन इतिहसाकारों व लेखकों के नाम सामने आए हैं। उनमें कई जाने माने हैं। इनमें वकील, पत्रकार व राजनीतिक वैज्ञानिक विनय सीतापति है। उनकी पुस्तक हाफ लायन: हाउ पीवी नरसिम्हा राव ट्रांसफाम्र्ड इंडिया है। जो तीन भाषाओं में प्रकाशित हुई। शिक्षाविद, इतिहासकार व शास्त्रीय गायिका डा. रेबा सोम, लेखक डा. इसा अरगरल्ली, लेखक डेविड कैनाडिन, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर लॉयड ब्लैंकफिन फैस्टिवल में आएंगे। इसी तरह गाइल्स मिल्टन भी जेएलएफ में पहली बार अपनी मौजूदगी दर्शाएंगे। गाइल्स ने नथानील्स नटमैग पुस्तक लिखी। वहीं वे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त लेखक है। जिन्होंने इतिहास पर आधारित 9 पुस्तकें लिखी। वहीं नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम लंदन के जाने माने पेलियोंटोलॉजिस्ट रिचर्ड फोर्टे व जेम्स भी पहली बार जेएलएफ में आएंगे।