Jaipur seminar in front of Jaipur Dialogue
ravish kmar journlist Ravish Kumar Jaipur seminar

भाजपा-संघ विचारधारा के माने जाने वाले जयपुर डायलॉग संस्था के मुकाबले कांग्रेस विचारधारा से जुड़े लोगों ने जयपुर परिसंवाद की कल्पना मूर्तरुप दिया। १८ नवम्बर को जयपुर डॉयलॉग के दिन ही प्रख्यात पत्रकार रवीश कुमार जयपुर परिसंवाद को करेंगे संबोधन
जयपुर। भाजपा, कांग्रेस, वामपंथी समेत अन्य विचारधाराओं की लड़ाई राजनीतिक मंचों के साथ सोशल मीडिया भी खूब होने लगी है, साथ ही संस्थाएं बनाकर अपनी-अपनी पार्टियों की विचारधाराओं को आगे बढ़ाया जा रहा है। वैसे कांमरेड, कांग्रेस व भाजपा की कुछ ईकाईयां पहले से ही विचारधारा प्रधान कार्यक्रम में लगी हुई है, लेकिन अब एकाध साल से विचारधारा की लड़ाई में नई संस्थाएं भी सामने आई है, जो पार्टी से दूर रहकर विचारधारा को मजबूती देने में लगी है। भाजपा संघ विचारधारा से जुड़े कुछ सदस्यों ने जयपुर डायलॉग नाम से एक कार्यक्रम शुरू किया है। पिछले साल से यह शुरू हुआ है। पहले आयोजन में तारिक फतह जैसे बड़े लेखकों को बुलाकर जयपुर डायलॉग ने अपनी छाप भी छोड़ी है। विचारधारा की इस लड़ाई में अब कांग्रेस भी कूद गई है। कांग्रेस विचारधारा से जुड़े राजनीतिक कार्यकतार्ओं ने जयपुर परिसंवाद नाम से संस्था गठित करके इसी नाम से एक कार्यक्रम शुरू किया है। इसका पहला कार्यक्रम १८नवम्बर को होगा। इसी दिन जयपुर डायलॉग के तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुरूआत वर्ल्ड ट्रेड पार्क से होगी। जयपुर परिसंवाद को फिलहाल रजिस्टर्ड नहीं किया करवाया है और ना ही जयपुर डायलॉग को। लेकिन इन दोनों कार्यक्रमों के आयोजक भाजपा व कांग्रेस विचारधारा व दलों से जुड़े हुए हैं। जयपुर डायलॉग से विमल कटारिया, प्रमोद वशिष्ठ, चम्पालाल रामावत, राजकुमार शर्मा, सुनील कोठारी जैसे भाजपा-संघ से जुड़े लोग हैं। इसमें एक आईएएस संजय दीक्षित भी है। इसी तरह जयपुर परिसंवाद में अनिल पारीक, सीताराम अग्रवाल, डॉ. अशोक सिंह, जसवंत गुर्जर समेत कई सदस्य मुख्य आयोजक है, जो कांग्रेस से जुड़े हुुए हैं। इसमें वामपंथी विचारधारा के कुछ सदस्य भी है। बताया जाता है कि राजनीतिक दलों की लड़ाई अब राजनीतिक मंचों से सोशल मीडिया से होते हुए संस्थाओं तक पहुंचने लगी है, जो पार्टी की नीति, सिद्धांत व विचारों के लिए अलग ही मुहिम में जुड़ गए हैं।

१८ नवम्बर को दोनों विचारधाराओं के कार्यक्रम
१८ नवम्बर को जयपुर डायलॉग और जयपुर परिसंवाद कार्यक्रम होंगे। जयपुर डायलॉग तीन दिन तक चलेगा, जिसमें नामी गिरामी हस्तियां आएगी। वहीं जयपुर परिसंवाद एक दिन का कार्यक्रम है, जिसमें प्रख्तात पत्रकार रवीश कुमार का संबोधन होगा। जयपुर डायलॉग कार्यक्रम में इस बार भी देश की नामी-गिरामी हस्तियां शामिल होगी। यह कार्यक्रम 18 से 20 नवम्बर को जयपुर के वर्ल्ड ट्रेक पार्क में होगा। जयपुर डॉयलॉग से जुड़े विमल कटियार, प्रमोद वशिष्ठ, चम्पालाल रामावत और उमेश सैनी ने बताया कि इस बार राज्यसभा सांसद सुब्रहमण्यम स्वामी, लेखक तारिक फतह, जे.नंदकुमार अपने ओजस्वी संवादों से जयपुरवासियों को रोमांचित करेंगे। इसके अलावा वरिष्ठ पत्रकार व लेखक आलोक महता,अक्ष्य पात्र के सह-संस्थापक मोहन दास पई, सोनल मानसिंह, डेविड फ्रावले, शेखर गुप्ता, संदीप बाला कृष्णा, डॉ मनोज दीक्षित, संजय दीक्षित, संकरात सानू, सुशील पंडित और जे. साई दीपक भी विचार रखेंगे। जयपुर डायलॉग का यह दूसरा आयोजन है। पहले कार्यक्रम में भी देश की नामी हस्तियों ने हिस्सा लिया था।
जयपुर परिसंवाद की ओर से 18 नवम्बर को विद्याश्रम स्कूल के सभागार में आयोजित गोष्ठी में प्रख्यात पत्रकार रवीश कुमार का संबोधन होगा। जयपुर परिसंवाद के संस्थापक संयोजक और आयोजन समिति के संयोजक अनिल पारीक, सीताराम अग्रवाल और डॉ.अशोक सिंह ने बताया कि भारतीय लोकतंत्र: लोक पर हावी होता तंत्र विषयक परिसंवाद में एनडीटीवी के रवीश कुमार मुख्य वक्ता होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थान हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश विनोद शंकर दवे करेंगे।

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