जयपुर। जयपुर के पुराने क्षेत्र चारदीवारी में शुक्रवार रात को हुए उपद्रव और हिंसा के बाद कफ्र्यूग्रस्त चारों थाना क्षेत्रों में शांति है। हालांकि अभी कफ्र्यू में ढील नहीं दी गई। इंटरनेट सेवा स्थगित कर रखी है। उपद्रव के दौरान गोली से मरे रेसू उर्फ आदिल की मौत की जांच को लेकर परिजन और समाज मांग कर रहा है। वे उचित मुआवजे, एक जने को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं। जब तक इन मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तब तक वे शव लेने से मना कर रहे हैं, हालांकि पुलिस अफसर, राजनेता, मृतक आदिल के परिजन और मुस्लिम समाज के प्रबुद्ध लोगों में बातचीत चल रही है। शव नहीं लेने से पुलिस भी बैकफुट है।
उन्हें अंदेशा है कि जब तक शव का पोस्टमार्टम नहीं होगा और परिजन शव नहीं लेंगे, तब तक कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्र में स्थिति ठीक नहीं हो सकती है। ऐसे में समझाइश का दौर चल रहा है। संभवतया आज परिजन शव ले लेेंगे। उधर, उपद्रव और हिंसा के बाद चार थाना क्षेत्र रामगंज, सुभाष चौक, माणकचौक और गलता गेट में कफ्र्यू रहा। शनिवार को कोई ढील नहीं दी गई, जिसके चलते लोग घरों में रहने को मजबूर रहे। रविवार को ढील नहीं है। आदिल के शव लेने और उसका क्रियाकर्म होने के बाद पुलिस प्रशासन कफ्र्यू में कुछ ढील दे सकता है। करीब दस साल बाद जयपुर में कफ्र्यू लगा है। इससे पहले 1996 में दंगे होने पर कई दिनों तक पूरे जयपुर शहर में कफ्र्यू रहा।