
जयपुर. जयपुर के पिता व पुत्र की जोड़ी नीरज भारद्वाज और आदित्य भारद्वाज दुनिया के सबसे ऊंचे ष्स्टेंड अलोन पहाड़ पर चढ़ने के लिए तैयार है। ये अफ्रीका के तंजानिया में स्थित किलिमंजारो पहाड़ चढ़ेंगे। यह संभवतः पहला प्रयास है जब जयपुर के पिता व पुत्र की जोड़ी किसी पहाड़ पर चढ़ने जा रहें हैं। इसके लिए वे आज रात्रि तंजानिया के लिए रवाना हो रहे हैं, जहां मोषी में बेस कैम्प है। जयपुर के मोहित गोस्वामी भी उनके साथ जायेंगे।
इस पर्वत की चोटी समुद्र तल से 5895 मीटर की ऊंचाई पर है। नीरज भारद्वाज व आदित्य भारद्वाज 7 दिन में इस लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास करेंगे, जिसकी शुरूआत 19 जून से होगी। उल्लेखनीय है कि दुनियाभर में पहाड़ांे पर ट्रैकिंग के शौकीन लोगों में किलिमंजारो पर्वत की ट्रैकिंग सर्वाधिक पसंदीदा मानी जाती है। यहां का मौसम माइनस जीरो डिग्री होता है और यहां चलने वाली तेज हवाएं इसके सफर को और अधिक कठिन बना देती हैं।
नीरज भारद्वाज ने बताया कि किलिमंजारो की चढ़ाई का अंतिम 10 से 15 प्रतिषत भाग क्लाइम्बिंग होगी, जबकि शेष सामान्य ट्रैकिंग होगी। उन्होंने यह भी बताया कि वहां की जलवायु के अनुकूल होने के लिये प्रथम दिन वे बेस कैंप में ठहरेंगे। इससे पूर्व पिता व पुत्र की यह जोड़ी नेपाल में अन्नपूर्णा बेस कैंप तक ट्रैकिंग कर चुकी है। नीरज भारद्वाज जयपुर में व्यवसायी हैं और उनके पुत्र आदित्य भारद्वाज वर्तमान में जयपुर के सेंट जेवियर्स स्कूल में कक्षा 12 में अध्ययन कर रहे हैं। नीरज भी सेंट जेवियर्स स्कूल के एलुमनस पूर्व छात्रद्ध हैं। वे इस पहाड़ की चोटी पर फहराने के लिए अपने साथ राष्ट्रीय ध्वज और स्कूल का झंडा भी साथ ले जा रहे हैं।