जयपुर। द्विवार्षिक इंटरनेशनल कलर्ड जैमस्टोन एसोसिएशन कांग्रेस 2017 (आईसीए) के समापन दिवस पर आईसीए 2017 के चेयरमैन, राजीव जैन ने आज होटल फेयरमोंट में खम्बात (कैम्बे) गुजरात में अगाते प्रोसेसिंग के बारे में बताते हुए कहा कि जैम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट्स प्रमोषन काउंसिल (जीजेईपीसी) श्रमिकों को जानकारी देने और शिक्षित करने के लिए ‘काॅमन फेसेलिटी सेंटर‘ स्थापित करने की योजना बना रहा है। इस सेंटर में श्रमिकों को जैम्स और ज्वैलरी क्षेत्र में उपलब्ध नवीनतम तकनीक के बारे में बताया जाएगा। इस सेंटर में श्रमिकों को अधिक उत्पादन कर अधिक कमाई करने के लिए आधुनिक यंत्र और मषीनरी का उपयोग करना भी सिखाया जाएगा।
निर्यात में भारत की हिस्सेदारी की जानकारी देते हुए जैन ने कहा कि निर्यात में भारत की हिस्सेदारी करीब 80 बिलियन अमेरिकी डाॅलर की है। इसमें से 420 मिलियन अमेरिकी डाॅलर कलर्ड जैमस्टोन की हिस्सेदारी है। इस 420 मिलियन अमेरिकी डाॅलर निर्यात का 99 प्रतिषत जयपुर में निर्मित जैम्स और ज्वैलरी का है। जयपुर में जैम्स और ज्वैलरी के निर्माण और प्रोसेसिंग के विभिन्न चरणों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। 2010 में जब खम्बात गए तो वहां देखा कि वहां के श्रमिक सिलीकोसिस बीमारी से पीडित हैं। उन्होंने देखा कि वहां श्रमिक बिना पानी रत्नों की घिसाई कर रहे थे और उनकी श्वास के माध्यम से लंग्स में सिलिकाॅन जा रहा था जो उन्हें बीमार बना रहा था। जीजेईपीसी ने इन श्रमिकों के कार्यस्थल की स्थिति सुधारने का प्रयास किया और उन्हें गीली घिसाई के बारे में बताया और इस तरह रोग पर काबू पाया गया। काउंसिल इसी तरह विभिन्न स्थानों पर 20-30 युनिट्स देखती है और इस तकनीक की जानकारी देने के लिए वर्कषाॅप्स करती हैं।
-कलर्ड जैमस्टोन्स जैमस्टोन माइनिंग में नया क्षेत्र (हेले हैनिंग)
ग्रीनलैंड रूबी की सेल्स एवं मार्केटिंग डायरेक्टर, सुश्री हेले हैनिंग ने अपने सत्र “न्यू फ्रंटियर्स इन कलर्ड जैमस्टोन्स जैमस्टोन माइनिंग” में ग्रीनलैण्ड में रूबी की खानों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इस दुर्लभ और महंगे जैमस्टोन की दक्षतपूर्ण माइनिंग के लिए उचित तरीके से माइनिंग करने की जरूरत पर जोर दिया। ग्रीनलैण्ड का रूबी अपने अनूठे फिंगरप्रिंट, आक्रामक मार्केटिंग अभियान, स्टोरी टैलिंग और जवाबदेह सोर्सिंग के कारण अत्यधिक महंगा होता है।
-कलर्ड जैमस्टोन्स क्षेत्र में बेस्ट प्रेक्टिसेज (डाॅ. अषरर्टोन कार्टर)
ड्रेगनफ्लाई इनीषिएटिव के डाॅ. अषरर्टोन कार्टर ने बाजार की अपेक्षाओं के अनुरूप जवाबदेह जैमस्टोन व्यापार के बारे में बात की। उन्होंने क्रिएटिव वेल्यू क्रिएषन और सस्टेनेबल डवलपमेंट के साथ ही पर्यावरण का ध्यान रखने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि माइनिंग कम्पनियों को रिटलेर्स के साथ जोड़ने की आवष्यकता है। कई पहलू जैसे नैतिकता, सामाजिक उत्तरदायित्व, सस्टेनेबेलिटी, काॅरपोरेट सिटीजनषिप और जवाबदेह सोर्सिंंग सभी मिल कर इसे सफल बनाते हैं। उन्होनंे आगे कहा कि सस्टेनेबल डवलपमेंट को मात्र बडे वेंचर्स तक सीमित नहीं रखना चाहिए। श्रमिकों का साफ-सुथरे वातावरण में रहने का कम्पनी के आकार से कोई सम्बन्ध नहीं हैं। उन्होंने बताया कि जैमस्टोन पर ध्यान केन्द्रित करने के लिये मीडिया एक्टीविस्ट कैम्पेन एक निरंतर प्रयास है और अब इससे नहीं जुडने का कोई विकल्प शेष नहीं है। आपूर्ति चैन में सही जगह पर नियमित तौर पर जरूरी बदलाव किए जा सकते हैं।