जयपुर, 1 अगस्त। प्रदेश में जवाई बांध के कैचमेन्ट क्षेत्र में गुरूवार प्रातः से जारी वर्षा के कारण शाम तक बांध का जल स्तर बढ़कर 7 फीट हो गया, अब बांध में 696 एमसीएफटी पेयजल उपलब्घ है। इसे देखते हुए विभाग द्वारा डेड स्टोरेज के लिए लगाये गये पम्प सेट्स हटा लिये गये हैं एवं ग्रेविटी से जलापूर्ति बहाल कर दी गयी है।
अतिरक्ति मुख्य अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग-प्रथम, जोधपुर नीरज माथुर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि लगातार वर्षा के साथ ही जवाई बांध में विभिन्न नालों एवं नदियों से पानी की आवक का क्रम जारी है, इससे आज रात तक औेर अधिक मात्रा मे पानी की आवक होने की सम्भावना है। उन्होंने बताया कि पाली शहर के पास मे निर्मित हेमावास बांध मे भी वर्षा के पानी की आवक का क्रम जारी है, इसमे भी लगभग 150 एमसीएफटी पेयजल की आवक हो चुकी है, जिससे पाली शहर की जलापूर्ति के लिए पानी लेना प्रारम्भ कर दिया गया है। अगले एक से दो दिनों मे जवाई बांध में पानी की आवक के अनुरूप जोधपुर से रेल द्वारा किये जा रहे पेयजल परिवहन को जारी रखने के सम्बन्घ मे निर्णय ले लिया जा सकेगा ।
उल्लेखनीय है कि पाली जिले में पाली सहित 9 कस्बों तथा 478 ग्रामों की पेयजल व्यवस्था पूर्णतः जवाई बांध पर आधारित है। गत वर्ष भी समुचित वर्षा नही हो पाने से इन सभी कस्बों एवं ग्रामों मे एक अक्टूबर 2018 से 72 घन्टों के अन्तराल से जलापूर्ति की जा रही थी एवं इस वर्ष मानसून के विलम्ब होने से गत 16 जुलाई से इन सभी ग्रामों एवं कस्बों मे जलापूर्ति 96 घन्टे के अन्तराल से की जा रही है।
जवाई बांध में जलस्तर कम होने के कारण 20 जुलाई से डेड स्टोरेज पम्पिंग भी की जा रही थी। साथ ही पाली शहर की जलापूर्ति के लिये गत 25 जुलाई से जोधपुर से रेल द्वारा पेयजल परिवहन भी किया जा रहा है । गत 31 जुलाई को जवाई बांध मे जल स्तर कम होकर मात्र 2.60 फीट (554 एमसीएफटी ) पेयजल उपलब्घ रह गया था, जो कि आगामी 20 अगस्त तक की अवधि के लिये ही पर्याप्त था ।