जयपुर। जयपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक ए.के.गुप्ता ने शनिवार को विद्युत भवन में आयोजित बैठक में 10 पाइन्ट प्रोग्राम के तहत विभिन्न योजनाओं एवं कार्यों की प्रगति की सर्किलवार समीक्षा करते हुए अधिकारियों से फीडबैक लिया। बैठक मंक निदेशक तकनीकी, निदेशक वित्त, सचिव-प्रशासन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतर्कता, संभागीय मुख्य अभियन्ता एवं सभी सर्किलों के अधीक्षण अभियन्ता उपस्थित रहे। जयपुर डिस्कॉम के अन्तर्गत आने वाले 12 जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए गुप्ता ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 30 नवम्बर तक जमा हो चुके मांगपत्रों के आधार पर कृषि कनेक्शन 31 दिसम्बर तक जारी कर दिए जाएं। इसके साथ ही अधीक्षण अभियन्ता सर्किल स्तर पर इस कार्य की मॉनिटरिंग करने के साथ ही लिस्ट भी रखें, जिससे कोई भी इस बाबत जानकारी के लिए आए तो उसे तुरन्त बता दिया जाए।
उन्होंने कहा कि 12 महीने से अधिक अवधि के डिफेक्टिव मीटरों को 31 जनवरी, 2019 तक बदलना सुनिश्चित किया जाए। इसके बाद योजना बनाकर सभी खराब मीटरों को बदलने की कार्यवाही की जाए। इससे उपभोक्ता को वास्तवित उपभोग का बिल मिल सकेगा, वहीं निगम के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि अधीक्षण अभियन्ताओं को विश्लेषण करना चाहिए कि विद्युत दुर्घटना के वास्तवित कारण क्या हैं? इसके लिए प्रत्येक अधीक्षण अभियन्ता को सर्किल स्तर पर समीक्षा करने के साथ ही सब-स्टेशनों की विजिट भी करनी चाहिए तथा दुर्घटनाओं को रोकने के प्रभावी उपाय करने चाहिए।
बैठक में जयपुर डिस्कॉम क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति की स्थिति, खराब व जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलने, राजस्व वसूली की प्रगति, सिंगल फेस व थ्री फेस डिफेक्टिव मीटर को बदलने, अवैध ट्रांसफार्मर, विद्युत सप्लाई के दौरान ट्रिपिंग की स्थिति, 33 केवी फीडर पर पावर फेक्टर, 33 केवी फीडर इम्प्रूवमेन्ट प्लान, पावर ट्रांसफार्मर, फीडर इंचार्ज को इंसेन्टिव का भुगतान, विद्युत दुर्घटनाएं, पुरानी बकाया राशि की वसूली सहित डिस्ट्रीब्यूट लॉस आदि की सर्किलवाईज समीक्षा की गई।