जयपुर। ठेका फर्म से घूस लेकर भ्रष्टाचार करने के मामले में एसीबी की जांच लम्बित होने के कारण सोमवार को अदालत में चार्ज बहस के लिए सुनवाई 22 जनवरी, 2०18 तक टल गई। इस मामले में एसीबी ने 19 जुलाई, 2०16 को 3० लाख रुपए के रिश्वत काण्ड का खुलासा कर तत्कालीन मुख्य अभियन्ता आर.के. मीणा, अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता सुबोध कुमार, अधीक्षक अभियन्ता उदयभानू माहेश्वरी, ठेका फर्म के एजीएम प्रफुल्ल मोर्येश्वर, सोनटके एवं डिप्टी मैनेजर आकाश दीप तोतला को गिरफ्तार कर चुकी है। मामले में फर्म के उपाध्यक्ष व एमडी केशव स्वरूप गुप्ता व कार्यकारी निदेशक ऋषभ सेठी सहित अन्य आरोपी फरार हैं।
प्रकरण में स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर बी.एस. चौहान ने बताया कि एसीबी ने जलदाय विभाग की विशेष परियोजना शाखा की 6 माह तक निगरानी की थी। 1००० मोबाइल नम्बरों की जांच कर 5 कर्मियों के नम्बर सर्विलांस पर लेकर इस घोटाले का खुलासा किया था। जांच में पता चला कि 1,36,87,51,885 रुपए के बिलों के भुगतान में 1,०1,93,373 रुपए का कमीशन दिया जाना था। फर्म का 14०7 करोड़ रुपए का टर्न ओवर था। इस मामले में एसीबी ने 37 लाख रुपए नकद जब्त किए थे। एसीबी ने चार आरोपियों के खिलाफ 16 सितम्बर, 2०16 को चालान पेश कर अन्य के खिलाफ जांच धारा 173 (8) में लम्बित रखी हुई है।