पिथौरागढ़। चीन सीमा पर भारतीय क्षेत्र में स्थित भगवान शिव के धाम के रूप में प्रचलित छोटा कैलाश वार्षिक कैलाश-मानसरोवर यात्रा के सस्ते और कम जटिल विकल्प के रूप में उभर रहा है और यहां आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। तीर्थयात्रा की नोडल एजेंसी कुमांऊ मंडल विकास निगम :केएमवीएन: में महाप्रबंधक (पर्यटन) टीएस मर्तोलिया ने बताया, ‘‘कम बजट वाले तीर्थयात्री छोटा कैलाश जाने को ज्यादा तरजीह देते हैं। इस साल 433 तीर्थयात्री छोटा कैलाश गये जबकि पिछले साल यह संख्या 303 थी। हमें उम्मीद है कि जल्द ही 500 से ज्यादा तीर्थयात्री इस पवित्र स्थान की तीर्थयात्रा पर आयेंगे।’’ उन्होंने बताया कि केएमवीएन छोटा कैलाश को लोकप्रिय बनाने के लिये सभी प्रदेशों की राजधानियों में अभियान चलायेगा।
छोटा कैलाश पिथौरागढ़ जिले में व्यास घाटी में 5945 मीटर की उंचाई पर स्थित है और इसकी तीर्थयात्रा भी कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा के दौरान समानान्तर रूप से चलती है। इस तीर्थयात्रा के लिये निगम हर तीर्थयात्री से इक्कीस हजार रूपये लेता है।