आईएचसी मार्केर टेस्ट की सहायता से कैंसर कोषिकाओं को टारगेट थैरेपी सेे खत्म करना होगा ओर भी प्रभावी देष में बढते कैंसर रोग को देखते हुए प्रषिक्षित ऑन्को पैथोलॉजिस्ट की है कमी
जयपुर। विष्वभर में जिस गती से कैंसर रोगियों की संख्या बढती जा रही हैं उसे देखते हुए इसकी जांच पद्वति को एडवांस करने की जरूरत है। आईएचसी मार्केर टेस्ट एक एडवांस पद्वति है जिसकी सहायता से कैंसर रोग की प्रभावी जांच संभव है। सटीक जांच से रोगी को टारगेट थैरेपी देकर ना सिर्फ कैंसर कोषिकाओं को खत्म किया जाता है बल्कि कैंसर रोग के पुन होने की संभावना को भी कम करना संभव है। यह जानकारी ऑन्को पैथोलॉजी के विषेषज्ञ अमेरिका के डॉ डेविड जे डैब्स ने इंडो ग्लोबल समिट ऑन्कोपैथोलाम्जी बिमकॉन.2018 के दौरान दी। भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र की ओर ऑन्को पैथोलॉजी विषय पर चल रहे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में मंगलवार को फेप कवर कोठारी ओरिएषन का आयोजन किया गया। ओरिएषन के मुख्य वक्ता डॉ डेविड जे डैब्स ने प्रभावी कैंसर उपचार में आईएचसी मार्केर टेस्ट की भूमिका के बारे में जानकारी दी।
कॉन्फ्रेंस का आगाज मीट द एक्सपर्ट सेषन के साथ हुआ। इसमें कॉन्फ्रेंस में शामिल युवा ऑन्कोपैथोलॉजिस्ट ने देष-विदेष से आए विषेषज्ञों के साथ चर्चा। इसके साथ ही शरीर के अलग-अलग अंगों में होने वाले कैंसर की जांच में आईएचसी टेस्ट की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। फेप कवर कोठारी ओरिएषन में डॉ डेविड जे डैब्स की ओर से मौजूदा जांच पद्वति और उसमें किस तरह से बदलाव की जरूरत है इसके बारे में जानकारी दी गई। कॉन्फ्रेंस के उदघाटन सत्र में डॉ डेविड जे डैब्स के साथ ही इंडियन एसोसिएषन ऑफ पैथोलॉजी (आईएपीएस) के अध्यक्ष डॉ दीपक मिश्रा ने विष्व में मौजूद कैंसर जांच पद्वतियों के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर चिकित्सालय के अध्यक्ष श्री नवरतन काठोरी, प्रबंधन्यासी श्री विमलचंद सुराणा, वरिष्ठ उपाध्यक्षा अनिला कोठारी, कोषाध्यक्ष डॉ प्रेमसिंह लोढा भी मौजूद थे। इस दौरान चिकित्सालय के अधिषाषी निदेषक मेजर जनरल एस.सी. पारीक(सेवा निवृत) चिकित्सालय में उपलब्ध सेवायें व चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
प्रषिक्षित ऑन्को पैथोलॉजिस्ट की है कमी
इंडियन एसोसिएषन ऑफ पैथोलॉजी (आईएपीएस) के अध्यक्ष डॉ दीपक मिश्रा का कहना है कि देष में बढते कैंसर रोगियों की संख्या तेजी से बढ रही है। बढते कैंसर रोगी के अनुसार देष में प्रषिक्षित ऑन्को पैथोलॉजिस्ट की कमी है। विज्ञान और चिकित्सा पद्वतियों में आ रहे बदलावों के अनुसार पैथोलॉजिस्ट को भी समय-समय पर प्रषिक्षिण की जरूरत है। कॉन्फ्रेंस के दौरान लंग, ब्रेस्ट, किडनी, सॉफ्ट टिष्यू और बॉन कैंसर विषय पर पैनल डिस्कषन का आयोजन किया गया।