पटना/लखीसराय। दिल्ली के जाने माने पत्थर व्यवसायी बाबू लाल शर्मा के पांच दिन पूर्व अपहृत दो पुत्रों को पुलिस ने बुधवार तड़के बिहार के लखीसराय जिले से सकुशल मुक्त करा लिया। पुलिस महानिरीक्षक (पटना प्रक्षेत्र) एन.एच.खां ने यहां बताया कि व्यवसायी शर्मा के पुत्र सुरेश शर्मा और कपिल शर्मा को लखीसराय जिले के उग्रवाद प्रभावित कजरा थाना क्षेत्र के घनघोर जंगली इलाका के तेतरिया पहाड़ी के निकट से तड़के सकुशल मुक्त करा लिया गया है। व्यवसायी बाबू लाल मूल रूल से राजस्थान के करौली के ही रहने वाले हैं, लेकिन करीब 25 साल पहले वे यहां से दिल्ली शिफ्ट हो गए थे।
अपहरकर्ताओं ने दोनों व्यवसायी पुत्रों को पहाड़ी के निकट एक ठिकाने पर छुपा कर रखा था। इसी थाना क्षेत्र में वर्ष 2010 में पुलिस और माओवादियों के बीच कई घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद पुलिस अधिकारी समेत छह पुलिसकर्मी शहीद हुये थे। व्यवसायी पुत्रों के अपहरण के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार अपराधियों की माओवादियों से संबंध है या नहीं इसकी भी जांच की जा रही है। कजरा थाना क्षेत्र उग्रवाद से सर्वाधिक प्रभावित होने के कारण इस क्षेत्र में आम लोगों का आनाजाना भी कम रहता है और ऐसे में यह माना जा रहा है कि अपहरणकर्ता बगैर माओवादियों के संरक्षण के इस क्षेत्र में नहीं आ सकते।
पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि अपहरण की घटना के बाद से विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया था और इस टीम का कमान पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज संभाल रहे थे। अपहरण के बाद अपराधियों का लोकेशन लखीसराय और मुंगेर जिले में मिल रहा था।
खां ने बताया कि इसी आधार पर पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाराज मंगलवार से ही लखीसराय में कैंप कर रहे थे। सटीक इनपुट मिलने के साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एसआईटी ने पहाड़ी स्थित गुप्त ठिकाने पर छापेमारी कर दोनों को मुक्त करा लिया। मौके पर से एक आग्नेयास्त्र भी बरामद किया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि मुक्त कराये गये दोनों व्यवसायी पुत्र पूरी तरह से स्वस्थ हैं और तत्काल उन्हें लखीसराय में रखा गया है। दोनों का चिकित्सकों से स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया है । उन्होंने कहा कि सुरेश और कपिल को देर शाम पटना लाया जायेगा ।
इसबीच वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाराज ने बताया कि लखीसराय का कुख्यात अपराधी रंजीत मंडल गिरोह ने इस घटना को अंजाम दिया था। रंजीत लखीसराय जिले के रामगढ़ चौक थाना क्षेत्र के बोधानगर का रहने वाला है। हाल के दिनों में वह पीरी बाजार थाना क्षेत्र स्थित अपने ससुराल में रहा करता था। इससे पूर्व रंजीत ने हरियाणा के एक व्यवसायी का अपहरण फिरौती के लिए किया था और पीरी बाजार थाना क्षेत्र से ही व्यवसायी को मुक्त कराया गया था।
गौरतलब है कि 20 अक्टूबर की शाम पटना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के निकट से व्यवसायी के दोनों पुत्रों का अपहरण कर लिया गया था। व्यवसायी पुत्र सुरेश शर्मा और कपिल शर्मा को पटना में ठेका दिलाने के नाम पर बुलाया गया था। व्यवसायी पुत्रों ने पटना हवाई अड्डा पर उतरने के बाद अपने मोबाइल फोन से परिजनों से बात की थी और इसी के बाद से उनका मोबाइल फोन बंद मिलने लगा था।
अपहरण के बाद अपराधियों ने उनके परिजनों से 4 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। हालांकि पुलिस इससे इंकार करती रही। दोनों पुत्रों से संपर्क नहीं होने के बाद व्यवसायी बाबू लाल शर्मा पटना आ गये और यहां रहकर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संपर्क में थे । इस सिलसिले में पटना के हवाई अड्डा थाना में पिता ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी ।