जयपुर। गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह एनकाउंटर मामले में सीबीआई जांच करवाने के लिए राजस्थान सरकार ने अनुशंषा कर दी है और इस अनुशंषा का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेज दिया है। जल्द ही यह फाइल सीबीआई मुख्यालय पहुंच जाएगी, जहां सीबीआई तय करेगी कि इस मामले में अनुसंधान करे या नहीं। गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह एनकाउंटर के बाद राजपूत समाज के आंदोलन के तहत सरकार और आंदोलनकारी संघर्ष समिति में यह तय हुआ था कि इस मामले की सीबीआई जांच करवाई जाएगी। साथ ही छह अन्य मांगों पर भी सहमति बनी थी। इस सहमति के बाद नागौर और चुरु पुलिस ने आनन्दपाल सिंह के साथ फायरिंग में मरे सुरेन्द्र सिंह राठौड़ मामले की सीबीआई जांच के प्रस्ताव तैयार किए गए। सोमवार को गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया की अनुशंषा कर देने पर इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया और फाइल केन्द्र सरकार के कार्मिक विभाग को भिजवा दी गई है।
गौरतलब है कि 24 जून को एसओजी राजस्थान और राजस्थान पुलिस ने नागौर के मालासर गांव में आनन्दपाल सिंह के एक घर में छिपे होने की सूचना मिली। उस घर की घेराबंदी की गई तो आनन्दपाल ने पुलिस फोर्स पर फायरिंग कर दी, जवाबी फायरिंग में आनन्दपाल सिंह मारा गया। हालांकि आनन्दपाल के परिजनों ने यह कहते हुए शव लेने से इंकार कर दिया कि पुलिस ने आनन्दपाल का फर्जी एनकाउंटर किया है। इस मामले की सीबीआई जांच करवाई जाए। देखते ही देखते आनन्दपाल के समर्थन में पूरा राजपूत समाज खड़ा हो गया और पूरे प्रदेश में धरने-प्रदर्शन शुरु हो गए। करीन तीन सप्ताह तक आनन्दपाल के परिजनों ने उसका शव का दाह संस्कार नहीं किया। सांवराद में हुई सभा के बाद हिंसा-उपद्रव में एक जने की फायरिंग से मौत हो गई। इसके दूसरे दिन सांवराद में कफ्र्यू लगाकर आनन्दपाल का दाह संस्कार कर दिया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जबरन शव ले जाकर दाह संस्कार किया।
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