नई दिल्ली। लगता है अब हरियाणा सरकार की नींद खुली है और वह गुरमीत राम-रहीम की जन्मकुंडली जनता के सामने लाने के लिए तैयार है। गुरमीत बाबा को 25 अगस्त को कोर्ट ने दोषी माना था तथा 28 अगस्त को उसे सजा सुनाई गई थी। तब गुरमीत के समर्थक हिंसा पर उतारू हो गए थे और उस हिंसा में करीब 38 लोगों की मौैत हो गई थी। तब खट्टर सरकार पर भी उंगलियां उठ रही थी कि सरकार ने इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया और राम रहीम की सेवा में लगी रही है। लेकिन अब गुरमीत राम रहीम के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा में अब पुलिस तलाशी लेने जाएगी। पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट ने सिरसा डेरा में सर्च की अनुमति दे दी है।
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद हरियाणा सरकार ने सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा में सर्च को लेकर तैयारियां पूरी कर ली है। इसके लिए आज ही हरियाणा के मधुबन से हरियाणा पुलिस की एक बटालियन, 37 स्वाट कमांडो, बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वाड की टीम सिरसा पुलिस लाइन पहुंच चुकी है। दरअसल तलाशी की मांग को लेकर हरियाणा सरकार ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में एक याचिका लगाई थी जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया है। हाईकोर्ट की तरफ से एक रिटायर्ड सेशन जज को कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया गया है। इनकी ही अगुवाई में हरियाणा सरकार सिरसा में डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय में पूरी तहकीकात और छानबीन करेगी।
हरियाणा सरकार की तरफ से कोर्ट कमिश्नर को तमाम सुविधाएं और सुरक्षा भी मुहैया करवाई जाएंगी। अब ये साफ हो गया है कि डेरा सच्चा सौदा के सिरसा मुख्यालय की तहकीकात हरियाणा सरकार के साथ-साथ कोर्ट की निगरानी में की जाएगी। सूत्रों के हवाले से जानकारी यह भी है कि इस छानबीन और तहकीकात के दौरान हरियाणा सरकार पूरे प्रोसेस की वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवा सकती है। इसके बाद राम रहीम के खिलाफ पुलिस को कुछ और ठोस सबूत मिलने की उम्मीद है। आपको बता दें कि हाईकोर्ट की तरफ से रिटायर्ड सेशन जज ए. के. पवार को बतौर कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया गया है। जिनकी निगरानी में हरियाणा सरकार डेरा सच्चा सौदा के सिरसा मुख्यालय की छानबीन और सर्च करेगी।