नई दिल्ली। आॅलरांउडर क्रिकेट खिलाड़ी हार्दिक पांड्या मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं. करण जौहर के चैट शो कॉफी विद करन में उन्होंने जिस बेबाकी से उनके सावालों के जवाब दिए वे उनके गले की फांस बन गए हैं। हालांकि करण जौहर बडे माहिर खिलाड़ी हैं यह सब जो चैट शो में हुआ यह सब स्क्रिप्टेड़ भी हो सकता है. सस्ती लोकप्रियता पाने और टीआरपी बढ़ाने के लिए खैर जो भी हो मगर हार्दिक पांड्या को अभी काफी मुश्किलों को सामना करना पड़ सकता है। हालांकि इसके लिए हार्दिक ने माफी भी मांग ली है। उन्होंने कहा कि इसके जरिए वह न तो किसी को दुख और न ही किसी का अपमान करना चाहते थे। किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो वह माफी मांगते है।
इससे पहले इस शो में उनके द्वारा महिलाओं पर किए गए इन विवादित कॉमेंट्स को लेकर पंड्या को सोशल मीडिया पर नारी-विरोधी भी कहा गया। पंड्या की इस माफी के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीसीसीआई में नियुक्त प्रशासकों की समिति ने हार्दिक पंड्या और केएल राहुल को कारण बताओ नोटिस भी भेजा है। इस शो में महिलाओं पर की गई टिप्पणियों को लेकर दोनों को 24 घंटों के भीतर जवाब देने को कहा गया है। बीसीसीआई ने भी दोनों क्रिकेटरों को इस मुद्दे पर कारण बताओ नोटिस दिया है।
25 वर्षीय आॅलरांउडर खिलाड़ी पंड्या फिल्म निमार्ता करण जौहर द्वारा होस्ट किए जाने वाले इस चैट शो में अपने साथी खिलाड़ी केएल राहुल के साथ थे। इस सिलेब्रिटी शो में उन्होंने कई विवादित टिप्पणियां की थीं। इसके बाद लोग उनकी सोशल मीडिया पर खूब आलोचना कर रहे थे। इस चैट शो में करण जौहर से बात करते हुए हार्दिक ने कहा कि उन्हें एक ही मेसेज कई लड़कियों को भेजने में कोई दिक्कत नहीं है और वह उनसे उनकी ‘उपलब्धता’ के बारे में उनसे खुलकर बात करते हैं।
इसके अलावा उन्होंने रिलेशनशिप, डेटिंग और महिलाओं से जुड़े दूसरे सवालों पर भी बेबाक टिप्पणियां कीं। इस टिप्पणियों के बाद जब फैन्स ने सोशल मीडिया पर उन्हें घेर कर सबक सिखाया, तो उन्हें समझ आया कि उनसे गलती हुई है। इन दिनों आॅस्ट्रेलिया में टीम इंडिया के साथ मौजूद पंड्या ने बुधवार को एक ट्वीट कर खेद जताया और माफी भी मांगी। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘कॉफी विद करन में मेरे कॉमेंट्स से जिन्हें भी दुख हुआ है या जिन्हें मैंने किसी भी प्रकार से कष्ट दिया है मैं उन सभी से माफी मांगता हूं। मैं इस शो की प्रकृति के चलते थोड़ा ज्यादा बोल गया। मैं किसी भी रूप में किसी का अनादर या किसी की भावनाओं को ठेस पहंचाना नहीं चाहता था।