जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ सचिन पायलट के बीच तो सीएम चेहरे को लेकर अंदरखाने जंग छिड़ी हुई है और दोनों ही नेताओं के समर्थक गाहे-बगाहे अपने-अपने नेता को सीएम घोषित करने की मांग उठाते रहे हैं। अब कांग्रेस में तीसरा चेहरा भी जोर-शोर से सामने आ गया है। हालांकि उनका नाम पहले भी सीएम चेहरे के तौर पर देखा जाता रहा है। यह तीसरा चेहरा है मेवाड़ के दिग्गज और पीसीसी के पूर्व चीफ डॉ.सीपी जोशी का।
जोशी ने भी मेवाड़ में जन्मदिन पर खुद की ताकत दिखाई है। उनके जन्मदिन समारोह में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता, विधायक व पूर्व विधायक शरीक हुए, वहीं हजारों कार्यकर्ता उन्हें जन्मदिन की बधाई देने भी पहुंचे। जन्मदिन समारोह में हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौजूदगी करवाकर एक तरह से सीपी जोशी ने भी चुनावी मैदान में खुद का दमखम दिखाया है। समारोह में समर्थकों ने जोशी के मुख्यमंत्री होने को लेकर खूब नारे लगाए।
सुबह से शाम तक उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। पूर्व सीएम अशोक गहलोत को सीएम चेहरा का बयान देने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री लालचंद कटारिया भी वहां दिखाई दिए और कटारिया ने हजारों लोगों की मौजूदगी में सीपी जोशी का राजस्थान का नेता बताया। कटारिया के यह रुप देख लोगों में चर्चा रही कि ये किस पाले में है। गहलोत के या सीपी जोशी के पाले में। वैसे कटारिया को जोशी खेमे का माना जाता रहा है, लेकिन कुछ महीनों से कटारिया की गहलोत से नजदीकियां काफी बढ़ गई है।
समारोह में दर्जनों पीसीसी सदस्य, पदाधिकारी और वरिष्ठ कार्यकर्ता पहुंचे। इस मौके पर सीपी जोशी ने भी अशोक गहलोत और सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव में चेहरे के बजाय कांग्रेस के झण्डे और हाथ के निशान पर चुनाव लड़ना चाहिए। इससे कांग्रेस के पक्ष में माहौल मजबूती से उभरेगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी चाहिए कि वे किसी चेहरे पर न जाए, बल्कि हाथ के निशान के पक्ष में माहौल बनाएं।