नयी दिल्ली। दवा बनाने वाली फ्रांस की कंपनी सनोफी ने आज कहा कि उसने अपने डेंगू टीका के संबंध में ताजा आंकड़े यहां प्राधिकरण को सौंप दिये है। कंपनी इस टीका को लेकर फिलीपींस और ब्राजील समेत कई देशों में आरोपों का सामना कर रही है। कंपनी का यह टीका भारत में अभी स्वीकृति के लिए लंबित है। उसने कहा कि डेंगू के विषाणु के संक्रमण से अब तक बचे हुए मरीजों को यह टीका लगाने के जोखिमों के बारे में उसने प्राधिकरण को आंकड़ें दिये हैं। उसने कहा कि टीका से पहले डेंगू संक्रमण से प्रभावित हो चुके लोगों के लिए यह काफी फायदेमंद है। सनोफी इंडिया के प्रवक्ता ने पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय के साथ मिलकर किये गये परीक्षण के परिणामों का हवाला देते हुए पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘परीक्षण में मालूम हुआ कि जो लोग डेंगू से पहले संक्रमित नहीं हुए हैं उनमें टीका लगाने के बाद हुए संक्रमण से कष्टदायक बीमारी के अधिक मामले पाये जा सकते हैं।’’ हालांकि प्रवक्ता ने कहा कि टीका लगाये जाने से पहले ही संक्रमण के शिकार हुए मरीजों के लिए इसके काफी बेहतर परिणाम सामने आये हैं।
भारत में इस टीका की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उसने कहा कि भारतीय प्राधिकरण के पास अक्तूबर 2015 में ही दस्तावेज दायर कर दिया गया था। उल्लेखनीय है कि फिलीपींस की सरकार ने कंपनी के इस टीका से 7.3 लाख बच्चों के टीकाकरण की कल जांच के आदेश दिये थे। यह कदम तब उठाया गया है जब सनोफी ने कुछ मामलों में टीका के कारण स्थिति और खराब हो जाने की बात का खुलासा किया था। ब्राजील पहले ही इसके सीमित इस्तेमाल का सुझाव दे चुका है।