जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने शुक्रवार को धौलपुर में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं के समूह से मुलाकात की। इस दौरान सीएम राजे ने कृषि सखी, पशु सखी, जन सखी के तौर पर लोगों को खेतीबाड़ी, पशुपालन, ड़ेयरी सहित अन्य आधुनिक तकनीकों का उपयोग सिखाने वाली इन महिलाओं के हौंसले, लगन और आत्मविश्वास की सराहना की। सीएम राज ने कहा कि धौलपुर की इन महिलाओं ने अपनी मेहनत से जो मुकाम हासिल किया है, उससे इस जिले के ग्रामीण जन-जीवन में आशा की एक नई किरण जगी है। ये महिलायें प्रदेशभर की महिलाओं को हुनर, रोजगार, आत्मनिर्भरता और स्वावलम्बन की सीख दे सकती हैं। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि धौलपुर के एसएचजी से जुड़ी महिलाओं को रिसोर्स पर्सन के तौर पर करौली सहित प्रदेश के अन्य जिलों में प्रशिक्षण देने के लिए भेजा जाए। सीएम ने सहेली सर्वांगीण महिला विकास सहकारी समिति से जुड़ी महिलाओं से परिचय लेकर उनके काम, स्वयं सहायता समूह में भूमिका एवं आर्थिक एवं पारिवारिक स्थिति में आए बदलाव के बारे में जाना। धौलपुर जिले के 562 गांवों की 52000 से अधिक ग्रामीण महिलाएं 12 महिला सहकारी समितियों, 318 ग्राम संगठनों एवं 4328 एसएचजी के माध्यम से जुड़ी हुई हैं। सीएम ने कहा कि इन महिलाओं को जल संरक्षण के कार्य से भी जोड़ा जाए। राजस्थान राज्य वित्त आयोग अध्यक्ष ज्योति किरण शुक्ला को भी धौलपुर आकर इन समूहों से संबंद्ध किसी एक गांव का दौरा कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। ताकि उसी पैटर्न पर प्रदेश के अन्य गांवों को सक्षम बनाया जा सके। सीएम ने धौलपुर, बाड़ी एवं राजाखेड़ा में सहेली समितियों के साथ नगर परिषद् एवं नगर पालिकाओं की ओर से नगरीय क्षेत्रों में एसएचजी के माध्यम से महिलाओं को सक्षम बनाने के उद्देश्य से एमओयू पर हस्ताक्षर किए। साथ ही जिले में शुरू किए गए मुख्यमंत्री कार्यालय कैम्प ऑफिस में जनसुनवाई कर आमजन से अभाव अभियोग सुनने के निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने सांसद डॉ. मनोज राजौरिया, राज्य पशुधन विकास बोर्ड अध्यक्ष जगमोहन सिंह बघेल, विधायक शोभा रानी कुशवाहा, जिला प्रमुख डॉ. धर्मपाल, प्रमुख शासन सचिव स्वायत्त शासन मनजीत सिंह, संभागीय आयुक्त सुबीर कुमार, जिला प्रभारी सचिव अभय कुमार, जिला कलक्टर शुचि त्यागी, सहित बड़ी संख्या में महिलाएं व क्षेत्रवासी उपस्थित थे।
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