जयपुर। ले.जन.सुमेर सिंह,ए.वी.एस.एम (सेवानिवृत्त) ने कहा कि जिस तरह अनुच्छेद 370 की खामी को दूर किया गया है। उसी तरह सैन्य प्रशासन की खामियों को भी शीघ्रता पूर्वक दूर किया जाना चाहिए। यह बात उन्होंने पाथेय-कण संस्थान द्वारा बांग्लादेश मुक्ति-संग्राम के नायक लेफ्टिनेंट जनरल सगत सिंह की जन्म शताब्दी के अवसर पर अगस्त-प्रथम का अंक ले.ज.सगत सिंह विशेषांक के विमोचन समारोह में कही।
उन्होंने कहा कि हमें सैनिकों को उचित सम्मान देना चाहिए ताकि उनका मनोबल बना रहे जवानों को अस्त्र-शस्त्र बदलते युग और तकनीकी के हिसाब से उपलब्ध करवाये जाने चाहिए। भारतीय सेना की शक्ति का स्रोत भारत का आम नागरिक है। जिसका व्यवहार एक सैनिक और उसके परिवार के साथ जितना अच्छा होगा एक जवान उतना ही निश्चित होकर के देश सेवा में रत रहेगा। ले.जन.सुमेर सिंह ने लेफ्टिनेंट जनरल सगत सिंह को याद करते हुए कहा कि उनके जीवन में उनको जो लक्ष्य दिये गये उन्होंने तय समय पर हर लक्ष्य को हासिल किया। कर्नल सिंह ने अपनी योग्यता और शिक्षा को लगातार बढाते रहे इसी कारण से वे हर समय अपने आपको हर परिस्थिति के हिसाब से तैयार रखते थे। इसी वजह से ले.जन.सगत सिह ने अपने जीवन में उनको मिला हर लक्ष्य को सफलतापूर्वक प्राप्त किया।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि ले.जन.सगत सिह जी के सुपुत्र कर्नल रणविजय सिंह ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम, नाथूला दर्रा, गोआ मुक्ति के बारे में सगत सिंह जी के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा में वीरों के बारे में उचित जानकारी नहीं दी जाती जो कि दी जानी चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता शहीद ले.अमित भारद्वाज के पिता ओमप्रकाश शर्मा ने की।