जयपुर। गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह के एनकाउंटर तो आपको पता ही होगा। 23-24 जून की रात को मालासर में श्रवण सिंह के फार्म हाउस पर एसओजी, राजस्थान और हरियाणा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह का एनकाउंटर हुआ था। परिजनों व राजपूत समाज ने इस एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए फर्जी बताया। हालांकि पुलिस व एसओजी ने दावा किया कि जैसे ही हम आनन्दपाल को पकड़ने पहुंचे और उसे सरेण्डर करने को कहा तो उसने एके-47 रायफल से गोलियां दागनी शुरु कर दी।
इस पर पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। उस रात हुए इस एनकाउंटर के सीन को आज फिर से मालासर में श्रवण सिंह के फार्म हाउस पर फिल्माया गया। सीबीआई ने हकीकत जानने के लिए एनकाउंटर की घटना को फिल्म तरीके से फिल्माया। इस घटना में पुलिस अफसरों, कमांडों और जवानों की भूमिका रही, वैसे ही भूमिका आज फिर से निभानी पड़ी। आनन्दपाल सिंह को घेरने, सरेण्डर करने, उसके फायरिंग करने, मकान में कमांडों के घुसने और आनन्दपाल के एनकाउंटर के पूरे दृश्यों को आज उसी अंदाज में पुलिस टीम ने वापस दोहराया है, जैसा पहले हुआ था। एनकाउंटर के री-क्रिएट के पीछे सीबीआई का यह उद्देश्य है कि एनकाउंटर को लेकर राजपूत समाज और आनन्दपाल के परिजनों ने जो आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं, उसकी सच्चाई सामने लाई जा सके।
एनकाउंटर सही था या फर्जी, इस बारे में सीबीआई और सीएफएसएल की टीमों ने बारीकी से निरीक्षण किया और इसे पूरे घटनाक्रम को लाइव शूट भी किया। एनकाउंटर घटना को फिर से दोहराने के लिए एसओजी, राजस्थान व हरियाणा पुलिस के सभी अफसर व जवान आज मौजूद रहे। इस दृश्य को दोहराने के दौरान सुरक्षा दृष्टि से भारी पुलिस बल तैनात रहा। लोग भी पहुंचे, लेकिन उन्हें दूर ही रखा गया।