जयपुर। राजस्थान में राजपूत समाज ने भाजपा का समर्थन गुलामी की हद तक किया है। उसको अगर नाजायज तरीका समझा जा रहा है तो राजपूत समाज ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है। यह बात राष्ट्रीय करणी सेना प्रमुख लोकेन्द्र सिंह कालवी ने शनिवार को राजपूत सभा में मीडिया से रुबरु होते हुए कही।
12 जुलाई को गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की श्रद्धांजलि सभा के बाद हुए उपद्रव, उसके अंतिम संस्कार को लेकर चली कवायद तथा राजपूत समाज व उसके नेताओं पर दर्ज किए गए मुकदमों के मामले लोकेन्द्र सिंह कालवी ने मीडिया से कहा कि अगर यह समझा जा रहा है कि ये तो ग्रांटेड है कहां जाएंगे, तो बता दूं पहली बार राजपूत समाज ने चुप्पी तोड़ी है। लाखों की संख्या में लोग संघर्ष के लिए तैयार है। संघर्ष समिति सभी से विचार करेगी और 22 जुलाई को तय करेगी क्या करना है? लाखों की संख्या में लोगों के घरों पर स्टीकर लग चुके हैं कमल के फूल पर क्रॉस लगा है, कमल का फूल हमारी भूल लिखा है। समझ जाएं।
सांवराद में श्रद्धांजलि सभा के बारे में कहा कि वहां तो 9 बजे से शांतिपूवर्क लोग समाज के नेताओं की बात सुन रहे थे। लेकिन 2 बजे जब संख्या बढ़ी तो सरकार को समझ आया। वे तो सीबीआई जांच चाहते थे, दाह संस्कार के लिए परिवार सहमत हो जाता। लेकिन सरकार ने रवैया अपनाया कि देखना है कितना जोर कितना बाजुए कातिल में है।