जयपुर। भारतीय जनता पार्टी ने शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह द्वारा कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने को राजनैतिक स्वार्थ साधने का कृत्य बताया है। विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह ने आज पत्रकार वार्ता में कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने मानवेन्द्र सिंह को लोकसभा चुनाव 2014 में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के विरूद्ध प्रत्याशी पिता जसवन्त सिंह जी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के आरोप को अनुशासनहीनता मानते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलम्बित कर दिया था। राव राजेन्द्र सिंह ने कहा कि जसवन्त सिंह जी भारतीय जनता पार्टी में 1980, 1986, 1998, 1999 व 2004 में राज्यसभा के सदस्य और 1990, 1991, 1996 व 2009 में लोकसभा का प्रत्याशी बनाकर सम्मानित किया। परन्तु उन्होंने 2014 में पार्टी का अनुशासन तोड़कर बाड़मेर से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा, जिस कारण उनकी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर दी गई थी। राव राजेन्द्र सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी से सम्मानित होने वाले और टिकट प्राप्त करने वाले जसवन्त सिंह सर्वाधिक सम्मान वाले प्रत्याशी रहे है।
भारतीय जनता पार्टी ने अपने देवदुर्लभ कार्यकतार्ओं के परिश्रम द्वारा तैयार किये गये लोकसभा क्षेत्रों में जसवन्त सिंह जी को टिकट देकर प्रत्याशी बनाया था। राव राजेन्द्र सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जसवन्त सिंह को अनेक बार केन्द्र में मंत्री व राज्यसभा में प्रतिपक्ष का नेता बनाकर सम्मानित किया। राव राजेन्द्र सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने बयान में यह भी कहा है कि मानवेन्द्र सिंह भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर शिव विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित विधायक होते हुए उन्होंने 2014 में बाड़मेर संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी का विरोध किया। राव राजेन्द्र सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अनुसार मानवेन्द्र सिंह का कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने का कदम उन हजारों कार्यकतार्ओं के परिश्रम का अपमान है, जिन्होंने इनको सांसद और विधायक बनाने के लिए कठोर परिश्रम किया। राव राजेन्द्र सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी के कार्यकतार्ओं और नागरिकों को आव्हान किया है कि ऐसे अनुशासनहीन व्यक्ति को आगामी चुनावों में सबक सिखाने के लिए तैयार रहें।