jaipur. एसओजी की कोटा यूनिट द्वारा प्रकरण में वांछित मध्यप्रदेश के मुख्य हथियार सप्लायर बहादुर सिंह उर्फ सरदार को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
अनिल पालीवाल, अतिरिक्त महानिदेषक पुलिस, एटीएस एवं एसओजी ने बताया कि एस0ओ0जी के प्रकरण संख्या 09/13 धारा 3/25, 5 आम्र्स एक्ट व 120बी भा.दं.सं. में काफी समय से वांछित चल रहे मध्यप्रदेश बड़वानी का मुख्य हथियार सप्लायर बहादुर सिंह उर्फ सरदार पुत्र इन्द्रसिंह, उम्र 45 साल निवासी गाॅव उण्डीखुद्री, पलसूद, थाना पलसूद, तहसील राजपुरा, जिला बड़वानी, मध्यप्रदेश को गिरफ्तार करने के लिए कोटा यूनिट से एक टीम दिनांक 07.11.19 को मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में भेजी गई थी। टीम के सदस्यों द्वारा 4-5 दिन तक अपनी पहचान छिपाते हुए गाॅव पलसूद की निगरानी की गई। अभियुक्त के संबंध में सूचनाऐं एकत्रित की एवं बहादुरी एवं सूझबूझ का परिचय देते हुए अभियुक्त को उसके गाॅव से गिरफ्तार किया।
प्रारम्भिक पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वह करीब 20 वर्षों से उक्त धंधे में लिप्त है। यह अभियुक्त का खानदानी पेशा है। अभी तक अभियुक्त करीब 500 से ज्यादा देशी कट्टे बनाकर विभिन्न राज्यों में सप्लाई किया जाना सामने आया है। उक्त सिकलीगर पानी के खराब पाईप व कबाड़ी से मिले सामान का इस्तेमाल कर अवैध देशी कट्टे, पिस्टल व रिवाल्वर की शक्ल दे देने में माहिर है। इसके अतिरिक्त अभियुक्तों द्वारा कारतूस भी स्वंय के स्तर पर ही निर्मित किया जाना सामने आया है। एक देशी कट्टे की कीमत 2000-2500/- रूपये में बेचते हैं, जो आगे जाकर मार्केट में 20,000 से 25,000 में बिक जाता है। पूछताछ से यह भी सामने आया कि उक्त अभियुक्त थाना पलसूद का हिस्ट्रीशीटर भी है जिसके विरूद्ध मध्यप्रदेश में कुल 8 प्रकरण, जिनमें 5 अवैध आम्र्स एक्ट व 3 अन्य धाराओं में दर्ज है। पूछताछ में उक्त हस्तनिर्मित अवैध हथियारों को राजस्थान के विभिन्न जिलों व अन्य राज्यों में भी सप्लाई किया जाना सामने आया है।
अभियुक्त से इसके अन्य सहयोगियों व हथियार सप्लायर्स एवं राजस्थान के विभिन्न जिलों व देश के विभिन्न राज्यों में किये गये हथियारों की सप्लाई के बारे में गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है। मध्यप्रदेश के मुख्य हथियार सप्लायर बहादुर सिंह उर्फ सरदार की गिरफ्तारी से राजस्थान में अवैध हथियारों की सप्लाई पर काफी हद तक रोक लगने की संभावना है। एस0ओ0जी द्वारा आगे भी अवैध हथियार तस्करों के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई की जाती रहेगी।