जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि महान समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले का जीवन वंचित वर्ग के उत्थान को समर्पित रहा। समाज के दबे-कुचले वर्गाें के अधिकारों के लिए संघर्ष के प्रति समर्पण के कारण उन्हेंं महात्मा की उपाधि दी गई। इस युगपुरूष ने नारी शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ-साथ महिला और पुरूष में भेद, जाति-प्रथा, धार्मिक आडम्बर सहित अन्य कुरीतियों के खिलाफ जनजागरण किया।
गहलोत महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती के अवसर पर रविवार को जयपुर में फुलेे स्मारक के उद्घाटन सहित जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की 6 परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का जयपुर में विभिन्न स्थानों तथा फेसबुक, यूट्यूब आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सजीव प्रसारण किया गया।
मुख्यमंत्री ने बाइस गोदाम सर्किल पर महात्मा ज्योतिबा फुले के स्मारक का वर्चुअल उद्घाटन एवं आदमकद मूर्ति का अनावरण किया। कार्यक्रम में जयपुर-सीकर रेलवे लाइन पर जाहोता में रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी), जयपुर-सवाईमाधोपुर पर सीतापुरा आरओबी और टाेंक रोड पर बम्बाला पुलिया के चौड़ाईकरण कार्य का लोकार्पण किया गया। साथ ही, जयपुर-दिल्ली रेलवे लाइन पर सिविल लाइन्स आरओबी और रामनिवास बाग में भूमिगत पार्किंग के दूसरे फेज के निर्माण कार्यों का शिलान्यास भी किया गया। इन सभी विकास कार्यों की लागत 309 करोड़ रूपये है।
गहलोत ने कहा कि जेडीए ने महात्मा फुले के स्मारक का निर्माण कर जयपुरवासियों को एक बड़ी सौगात दी है। इससे हम सभी, विशेषकर युवा, महात्मा फुले के संघर्षमय जीवन के बारे जानकर छुआछूत, महिला-पुरूष असमानता और घूंघट प्रथा जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा ले सकते हैं। हमारा समाज आज भी ऎसी अनेक कुरीतियों से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि लगभग दो शताब्दी पहले एक युवक समाज की कुप्रथाओं के खिलाफ खड़ा होने की हिम्मत कर सकता है, तो आज के पढ़े-लिखे और सशक्त युवा भी प्रदेश-देश और समाज के विकास में सकारात्मक योगदान दे सकते हैं। युवाओं को विभिन्न संस्थाओं और संगठनों के माध्यम से एकजुट होकर समाज के उत्थान के लिए काम करने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राजधानी जयपुर शहर सहित अन्य नगरों के विकास को प्राथमिकता में रखकर योजनाएं बनाई हैं। हमने देश तथा दुनिया से आने वाले पयर्टकों की सुविधाओं एवं आवश्यकताओं के अनुरूप योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि जयपुर मेट्रो के प्रथम चरण तथा रिंग रोड के एक हिस्से का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। अब सरकार मेट्रो के दूसरे चरण तथा रिंग रोड़ के दूसरे हिस्से की परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है।
नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि बीते दो वर्षों में राज्य सरकार ने जेडीए के माध्यम से जयपुर शहर में विकास परियोजनाओं पर लगभग 1 हजार करोड़ रूपए खर्च किए हैं। पूर्ववर्ती सरकार द्वारा अधूरे छोड़े गए आरओबी तथा सड़क निर्माण के 7 कार्यों को पूरा करवा रहे हैं। साथ ही, जयपुर शहर के मुख्य चौराहों को ट्रैफिक सिग्नल फ्री बनाने का काम चल रहा है। हमारा यह प्रयास है कि सड़क, पुलिया निर्माण तथा शहरी इलाकों में हरित क्षेत्रों के विकास सहित किसी भी परियोजना को निर्धारित समय पर शुरू एवं पूर्ण किया जाए, ताकि शहरवासियों को उनका समुचित लाभ मिल सके।

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