कोलकाता। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और भाजपा-आरएसएस के बीच घमासान जारी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले मोहन भागवत को बंगाल में कार्यक्रम करने के लिए मना किया और अब खबर आ रही है कि उन्होंने अमित शाह के भी बंगाल में सभा करने पर रोक लगा दी है। तेज तर्रार राजनीति के लिए जानी जाने वाली ममता बनर्जी अब खुलकर आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रही है। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के कार्यक्रम के लिए जगह ना देने का आरोप लगाया है। बीजेपी की ओर से कहा गया है कि अमित शाह के कार्यक्रम के लिए कोलकाता में पार्टी ने कई स्थानों के लिए अप्लाई किया है, लेकिन जगह पक्की नहीं हो पाई है। आपको बता दें कि इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के कार्यक्रम के आयोजन के लिए आॅडिटोरियम का परमिशन भी नहीं दी गई थी। बता दें कि अमित शाह 11 से 13 सितंबर के बीच पश्चिम बंगाल के दौरे पर रहेंगे।
इस दौरान 12 सितंबर को उनके कार्यक्रम के लिए नेताजी इनडोर स्टेडियम बुक किया गया था, लेकिन वहां पर कुछ काम चलने की वजह से परमिशन नहीं दी गई थी। बीजेपी नेता रूपा गांगुली ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि ममता सरकार हर मुद्दे पर राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि ममता सरकार ने कांग्रेस और लेफ्ट पर इस तरह की रोक नहीं लगाई है बल्कि बीजेपी पर लगातार रोक लगा रही है। गौरतलब है कि 3 अक्टूबर को कोलकाता के प्रसिद्ध सरकारी स्वामित्व वाले सभागार महाजति सदन में एक इवेंट होना था, जिसमें मोहन भागवत भाषण देने वाले थे, लेकिन अधिकारियों ने इसकी बुकिंग को रद्द कर दिया। बंगाल के गवर्नर केसरी नाथ त्रिपाठी भी इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे। भाषण का विषय ‘भारत के राष्ट्रवादी आंदोलन में सिस्टर निवेदिता की भूमिका’ था। आयोजक अब नए आॅडिटोरियम की तलाश कर रहे हैं।